आगरा: बेटा घर से बाहर मास्क लगाकर ही जाना, बाहर मास्क बिल्कुल नहीं उतारना। बच्चों को पेरेंट्स इस वक्त घर से बाहर भेज तो रहे हैं, लेकिन उन्हें अब भी कोरोना के संक्रमण का डर है। क्योंकि थर्ड वेव में बच्चों पर प्रभाव की आशंका है। अब पेरेंट्स को अपने नौनिहालों की चिंता है, क्योंकि वे तो वैक्सीन लगवाकर सुरक्षित हो गए हैं लेकिन उनके बच्चों को वैक्सीन नहीं लगी है। अब पेरेंट्स को बच्चों के वैक्सीनेशन का

बेसब्री से इंतजार है, लेकिन वैक्सीन आएगी कब और कब से लगना शुरू होगी। इसे लेकर पेरेंट्स में उत्सुकता बढ़ गई है।

सेकेंड वेव में हुए पॉजिटिव

कोरोना की सेकेंड वेव में एक हजार से अधिक बच्चे कोरोना संक्रमित हुए थे। जबकि 25 हजार से अधिक लोग कोरोना के शिकार हो चुके हैं। हालांकि, 1191707 आगराइट्स ने कोरोनावायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन करा लिया है। संभावित तीसरी लहर को लेकर जो डर है, वह खासतौर से

उन पेरेंट्स को हैं, जिन्होंने अपने घर के बच्चों को पूरी तरह से आज भी कैद कर दिया है। बच्चे

ऑनलाइन क्लास तक सिमटे हुए हैं, लेकिन फिजिकली एक्टिविटी से दूर हैं। ऐसे में पेरेंट्स को इस बात की चिंता है कि आखिरकार बच्चों की वैक्सीन कब आएगी और उन्हें

पहली डोज कब दी जाएगी ताकि वह भी सुरक्षित हो सकें। ऊपर से

स्कूल खोले जाने की मांग बढ़ती जा रही है।

12 से 18 साल तक के बच्चों के लिए पहले जरूरी

सएन मेडिकल कॉलेज के बालरोग विशेषज्ञ डॉ। नीरज यादव ने बताया कि सबसे पहले 12 से 18 वर्ष तक के बच्चों का वैक्सीनेशन जरूरी है। क्योंकि इन बच्चों का मूवमेंट होता है। स्कूल, कॉलेज या फिर कोचिंग जाना पड़ता है। ऐसे में इन्हें प्रोटेक्शन चाहिए। बच्चों के लिए बनाई जा रही वैक्सीन पर काम चल रहा है, जब भी मार्केट में बच्चों के वैक्सीन आएगी। उनमें सबसे पहले 12 से 18 वर्ष तक वालों के लिए ही आएंगे। इसके बाद 5 से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी। डॉ। नीरज ने बताया कि पेरेंट्स को बच्चों के लिए वैक्सीन की चिंता है। लेकिन बच्चों के लिए पेरेंट्स को ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि बड़ों की अपेक्षा बच्चों की इयुनिटी ज्यादा होती है, वे जल्दी ही रिकवर हो जाते हैं।

343 केंद्रों पर 60 हजार लोगों को कल लगेगी वैक्सीन

कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए लोगों को वैक्सीन लगाकर तैयार किया जाएगा। इसके लिए तीन अगस्त को 60 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए 343 केंद्र तैयार किए हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहा है। जिले में अब तक 11 लाख 91 हजार लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इनमें से 10 लाख तीन हजार को पहली और एक लाख 87 हजार को दूसरी डोज लगी है। सीएमओ डॉ। अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि वैक्सीनेशन की इस ड्राइव के लिए पहले से पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं है। लोग अपने साथ आधार कार्ड लेकर पहुंचें और वैक्सीन लगवाएं।