आगरा(ब्यूरो)। कुछ ऐसे ही विचार सोमवार को को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित 'राजनी-टीÓ में पश्चिमपुरी रोड के निवासियों ने व्यक्ति किए।

गल्र्स ने भी किया पार्टिसिपेट
राजनी-टी में गल्र्स ने भी पार्टिसिपेट करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। उनका कहना था कि का पहले से गल्र्स अधिक सुरक्षित महसूस करती हैं। लेकिन सिर्फ सिक्योर फील कराने से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि भविष्य को बेहतर बनाने के लिए भी सरकार की ओर से कदम उठाए जाने चाहिए। गल्र्स के लिए शिक्षा के साथ रोजगार के अवसर पैदा कराने होंगे।

वोटिंग ऑनलाइन नहीं होनी चाहिए। हालांकि देश में और कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर प्राथमिकता से विचा किया जाना चाहिए। जैसे वन नेशन-वन वोटिंग। इससे देश में बार-बार होने वाले चुनाव पर खर्च को कम किया जा सकेगा। इसके साथ ही युवाओं से जुड़े मुद्दों पर भी प्रत्याशी को प्राथमिकता दिखनी चाहिए।
गौरव सिंह

हमारा देश लोकतांत्रिक देश है। ऐसे में यहाां चुनाव प्रक्रिया बहुत महत्व रखती है। चुनाव पर बहुत अधिक रुपया खर्च होता है। इसलिए सभी को वोट देना चाहिए। विशेष परिस्थितियों में इसमें छूट दी जा सकती है। लेकिन वोटिंग सभी के लिए अनिवार्य कर देनी चाहिए। तभी लोकतंत्र को और मजबूत बना सकते हैं।
विक्की


युवाओं के लिए इस बार आर्थिक नीतियां, देश का विकास मुद्दा है। केंद्र हो या फिर प्रदेश सरकार, दोनों ही इस मोर्चे पर ध्यान दे रहीं हैं। राम मंदिर बनाया है तो देश में विभिन्न स्थानों पर एम्स और मेडिकल कॉलेज भी बनाए जा रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही रोजगार जैसे मुद्दे पर भी सरकार प्रमुखता से कदम उठाएगी।
जितेंद्र शर्मा

बेरोजगारी मुद्दा तो है, लेकिन इतना बड़ा नहीं है। हालांकि जब कंप्टीशन पेपर आउट होते हैं तो युवाओं के भविष्य पर संकट खड़ा हो जाता है। इस तरह की घटनाओं को रोका जाना चाहिए, जिससे कि युवाओं के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। आज भी पेपर आउट बड़ी समस्या बनी हुई है।
प्रशांत शर्मा


न्यू एजुकेशन पॉलिसी युवाओं को केंद्रित करती है रोजगार के प्रति। लेकिन इस प्रणाली में एग्जाम अधिक हो रहे हैं, लेकिन क्लासेस कम लग रहीं है। बच्चे लगातार एग्जाम मोड में रहते हैं। इस पॉलिसी का असर दिखने में समय लगेगा। युवाओं में स्किल्स भी डेवलप हो सकेंगी।
ब्रजेश अग्रवाल


राजनीति में परिवारवाद नहीं होना चाहिए। सक्षम व्यक्ति को अवसर मिलना चाहिए। जनता जिस दिन अच्छे लोगों का चुनाव करने लगेगी, राजनीतिक दल अच्छे प्रत्याशी की घोषणा शुरू कर देंगे।
दिलीप कुमार शर्मा

इन मुद्दों पर परखे जाएंगे प्रत्याशी
- महंगाई को लेकर कदम उठाए जाएं
- महिलाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों को प्राथमिकता दें
- ऐसी सरकार जो देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करे
- भ्रष्टाचार से दूरी बनाए रखे
- युवाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाने वाले प्रत्याशी
- ऐसा प्रत्याशी जो अच्छी छवि का हो, विवादों से दूर हो

चर्चा में ये बिंदु भी सामने आए
- लोगों की बुनियादी सुविधाओं के प्रति भी संवेदनशीलता रखे जनप्रतिनिधि
- महिलाओं को सरकारी कार्यालयों में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े
- सिर्फ वोट मांगने के लिए ही नेता क्षेत्र में न आएं, बल्कि चुनाव जीतने बाद भी क्षेत्र में भ्रमण करें
- शिक्षा प्रणाली इस तरह की होनी चाहिए, जो स्टूडेंट्स के लिए रोजगार परक हो, उनमें स्किल्स डेवलप हो


फस्र्ट वोटर
मैं पहली बार आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान करूंगी। अपने पहले वोट को लेकर काफी एक्साइटेड हूं। अपना वोट ऐसे प्रत्याशी को करूंगी जो देश में बदलाव के लिए कार्य करे। युवाओं से जुड़े मुद्दों को हमेशा प्राथमिकता दे। शिक्षा के साथ रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करे। ऐसे प्रत्याशी को ही मेरा वोट मिलेगा।
अनुष्का

गल्र्स के लिए अलग हो विंडो
राजनी-टी में गल्र्स का कहना था कि उन्हें सरकारी दफ्तरों में किसी भी तरह की समस्या के समाधान के लिए परेशान होना पड़ता है। एक टेबल से दूसरी टेबल तक चक्कर लगवाया जाता है। ऐसे में महिलाओं के लिए सरकारी दफ्तरों में स्पेशल विंडो बनाई जानी चाहिए। जिससे महिलाओं को परेशान न होना पड़े।

क्षेत्र में दिखे प्रत्याशी
चुनाव के दौरान तो प्रत्याशी क्षेत्र में नजर आते हैं। लेकिन इलेक्शन में जीत के बाद वह गायब हो जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। राजनी-टी में लोगों का कहना था कि वह ऐसे प्रत्याशी को वोट करेंगे जो उनके बीच में रहता हो। उनके हर सुख और दुख में शामिल होता हो।

एजुकेशन सेक्टर में इंफ्रास्ट्रक्चर हो तैयार
एजुकेशन में भले ही पॉलिसी में बदलाव कर दिया गया हो, लेकिन अब भी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की जरूरत है। प्रदेश के सरकारी स्कूल्स की स्थिति देख लीजिए। अधिकतर खस्ताहाल हैं। ऐसे में सिर्फ एजुकेशन के लिए पॉलिसी बदलने से काम नहीं चलेगा, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत होना चाहिए।