आगरा(ब्यूरो)। ट्रेन संख्या 12618 दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से चल कर सुबह साढ़े आठ बजे आगरा कैंट पहुंची। प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के रुकने के बाद पैसेंजर्स ने एस-8 कोच देखना शुरू किया, लेकिन उन्हें कोच नहीं मिला। वो परेशान होकर इधर-उधर भागने लगे। तभी ट्रेन चलने लगी। इससे गुस्साए यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन को रोक दिया। वह हंगामा करने लगे।

पैसेंजर्स को समझाकर शांत किया
वहीं, दूसरे डिब्बों में बैठे एस-8 के यात्री भी उतर आए। यात्रियों के हंगामा करने की जानकारी पर रेलवे स्टेशन डायरेक्टर व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पैसेंजर्स ने बताया कि कोच में एस-8 में उनका रिजर्वेशन है। ट्रेन में कोच नहीं है तो वो किस कोच में बैठेंगे। इसको लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को समझा बुझाकर शांत किया। उनके ट्रेन में बैठने की व्यवस्था की गई। इसके बाद करीब साढ़े नौ बजे ट्रेन रवाना हुई।

बुकिंग के समय मिला कन्फर्म टिकट
यात्रियों ने बताया कि उन्होंने जब टिकट बुक किया था, तब उनको एस-8 में कन्फर्म टिकट मिला था। अब उनके पास मैसेज आया कि उनकी टिकट वेटिंग और आरएसी में है। दिल्ली से उन्हें आगरा में कोच लगाने की बात कही गई थी।

एक पैसेंजर ने जुलाई में कराया रिजर्वेशन
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अगस्त से ट्रेन में स्लीपर कोच की संख्या 7 कर दी गई है। एक पैसेंजर थे, उन्होंने जुलाई में दिल्ली से रिजर्वेशन कराया था। अगस्त में ट्रेन में कोच कम होने के बाद टिकट वेटिंग लिस्ट में हो गई थी। अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में पैसेंजर को दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन पर जानकारी देनी चाहिए थी। उनकी बोर्डिंग वहीं से थी।


इन सवालों के जवाब नहीं मिले!

- जुलाई में पैसेंजर ने रिजर्वेश कराया तो उसकी टिकट कंफर्म थी, बाद में वेटिंग लिस्ट क्यों कर दी गई?
- टिकट वेटिंग में कर दी गई तो पैसेंजर को इंफॉर्म क्यों नहीं किया गया?
- कंफर्म टिकट की कोई पैसेंजर स्टेटस चेक नहीं करता है। ऐसे में इस तरह बदलाव करना कितना उचित है?


आगरा कैंट से मंगला एक्सप्रेस में किसी भी पैसेंजर की एस-8 में बोर्डिंग नहीं थी। अगस्त से ट्रेन में एस-8 कोच हटा दिया गया है। ट्रेन एस-7 कोच तक के साथ चल रही है। पैसेंजर्स की टिकट वेटिंग लिस्ट में थी, उनको समझाकर ट्रेन को स्टेशन से रवाना कर दिया गया है।
प्रशस्ति श्रीवास्तव, पीआरओ, आगरा रेल मंडल