अगरा (ब्यूरो)। दुबई में 24 अक्टूबर को भारत-पाक के बीच टी-20 विश्वकप का मैच हुआ था। इसमें भारत हार गया था। तीन कश्मीरी छात्र अरशद युसूफ, इनायत अल्ताफ और शौकत अहमद गनी ने पाक के समर्थन में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर स्टेटस लगाया था। इनमें अरशद युसूफ, इनायत अल्ताफ सिविल इंजीनियङ्क्षरग स्ट्रीम के थर्ड ईयर जबकि शौकत फोर्थ ईयर का छात्र है। तीनों छात्र श्रीनगर के बडग़ाम के निवासी हैं। अन्य छात्रों ने इनकी हरकत का प्रतिरोध किया तो जवाबी चैटिंग में देशविरोधी भाषा का इस्तेमाल किया गया। इसकी जानकारी होने पर कॉलेज प्रबंधन ने सोमवार को तीनों छात्रों को सस्पेंड कर दिया।

इन धाराओं में दर्ज किया गया मुकदमा

153 ए: जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण इरादा, जो विभिन्न धार्मिक, नस्लीय, भाषीय या क्षेत्रीय समूहों या जातियों, समुदाय के सद्भाव के खिलाफ है। जिससे सार्वजनिक शांति भंग होती हो या होने की संभावना हो।

505 (1)बी: फर्जी खबर को फैलाना। जिसकी वजह से कोई व्यक्ति या समाज या राज्य के खिलाफ अपराध करने को प्रेरित हो जाए।

66 एफ आईटी एक्ट: साइबर आतंकवाद

बेमियादी बंद कर दिए शिक्षण संस्थान

बुधवार को बिचपुरी स्थित इंजीनियङ्क्षरग परिसर में आरबीएस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। यूएन ङ्क्षसह सहित इस समूह के सभी शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। कहा कि आरोपी तीनों छात्र पीएम स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम के तहत यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैैं। टी 20 मैच के बाद सोशल मीडिया पर की गई देशद्रोही टिप्पणी वायरल होने के बाद तीनों को हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया। मंगलवार को बाहरी तत्वों ने संस्थान में अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया। पठन-पाठन को अवरुद्ध किया। हॉस्टल में भी जबरदस्ती घुसने की कोशिश की। कॉलेज के खिलाफ नारेबाजी की। संस्थान को अलगाववादी मानसिकता वाले युवाओं की शरणस्थली बताकर संस्थान की छवि धूमिल करने का प्रयास किया। इन्हीं हरकतों के विरोध में संस्थानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। उन्होंने प्रशासन से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।