- एसटीएफ ने पकड़ा 50 हजार का ईनामी लोकेंद्र

- झांसी के व्यापारियों के अपहरण में था शामिल

आगरा। एसटीएफ ने शातिर बदमाश विनोद जाट के साथी लोकेंद्र को अरेस्ट किया है। उसके पास से एक तमंचा व दो कारतूस बरामद किए हैं। झांसी के सराफा कारोबारियों के अपहरण के मामले में लोकेंद्र पर 50 हजार का ईनाम घोषित था।

मुठभेड़ के बाद दिल्ली भागा था

लोकेंद्र पुत्र रनवीर सिंह निवासी मढाका, थाना सहपऊ, हाथरस को मऊ रोड से अरेस्ट किया। लोकेंद्र ने विनोद जाट व अन्य साथियों के साथ झांसी के व्यापारियों का अपहरण किया था। मुठभेड़ के दौरान वह भाग निकला था। पूछताछ में निकल कर आया कि विनोद ने खंदारी में कोचिंग खोली थी। उसमें ही लोकेंद्र नौकरी करता था। वह विनोद जाट की कार चलाया करता था। झांसी व्यापारियों के अपहरण में जो इनोवा कार इस्तेमाल की गई थी, वह लोकेंद्र ने ही सिकंदरा एरिया से लूटी थी।

ऑटो से पहुंचा था आगरा कैंट

निखिल वुडलैंड अपार्टमेंट में लोकेंद्र ने ही कमरा किराए पर लिया था। मुठभेड़ के दौरान वह वह अपार्टमेंट से भागकर केके नगर आया। यहां से ऑटो से आगरा कैंट पहुंचा। ट्रेन पकड़ कर दिल्ली चला गया। यहां से वह गुड़गांव चला गया और वहां पर एक फैक्ट्री में नौकरी करने लगा।

पीसीओ से करता था फोन

एसटीएफ के मुताबिक मऊ रोड पर लोकेंद्र काफी लोगों को जानता था। यहां पर वह लोगों से मिलने आया था। वह इतना शातिर था कि वह अपने परिजनों से बात करने के लिए मोबाइल का यूज न कर पीसीओ जाता था। इससे उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती थी। पुलिस ने मऊ रोड से उसे पकड़ लिया।

25 करोड़ की मांगी थी फिरौती

विनोद जाट के गैंग ने सराफाव्यापारी राजेंद्र अग्रवाल व राहुल अग्रवाल का झांसी से अपहरण किया था। बदमाशों ने परिजनों से 25 करोड़ की फिरौती मांगी थी। बदमाश लोकेंद्र पर इस मामले में 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। लोकेंद्र को अरेस्ट करने वाली टीम में इंस्पेक्टर जेके सिंह, कॉस्टेबल नाहर सिंह, अशोक कुमार, ब्रजराज सिंह, अरविंद, बल्देव आदि शामिल रहे।