- रविवार को पकड़े गए गुलफाम और एक अन्य से देर-शाम तक की पूछताछ

- दयालबाग से अगवा किशोरी के मामले में पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग

आगरा। थाना न्यू आगरा के दयालबाग से किडनैप की गई नाबालिग किशोरी के मामले में पुलिस के हाथ कई महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर सकती है। मामले में पुलिस आरोपी मेहताब राणा की मदद करने वाली तीन महिलाओं को पहले ही जेल भेज चुकी है। इसमें आरोपी की पत्नी और भाभी शामिल हैं। उसके भाई से भी पूछताछ की जा रही है। वहीं, पीडि़त परिवार की मानें तो आरोपी ने नाम बदलकर फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा है। ऐसे ही पहचान पत्र दिखाकर उसने परिवार का भरोसा जीता।

शातिर है बेटी के अपहरण का आरोपी

दयालबाग के एक हॉस्पिटल से 10वीं की छात्रा का अपहरण करने वाला आरोपी मेहताब राणा बेहद शातिर किस्म का है। परिजनों का कहना है कि आरोपी ने खुद को हिंदू बनाकर रिश्ता कायम किया। पीडि़त व्यक्ति के तीन बेटियां हैं। ऐसे में परिवार में कोई बेटा नहीं होने पर शातिर मेहताब ने उनको माता-पिता कहना शुरू कर दिया। इससे वह पीडि़त परिवार के और नजदीक आ गया। वह किशोरी को अपनी छोटी बहन मानते हुए राखी भी बंधवाता था। उसने फर्जी नाम से आधार कार्ड भी बनवा रखा है।

गुलफाम और एक अन्य से देरशाम पूछताछ

शातिर आरोपी को पकड़ने के लिए 24 फरवरी को आगरा से चार पुलिस की टीम सर्विलांस, क्राइम ब्रंाच और एसओजी, थाना पुलिस को दबिश के लिए रवाना किया गया था। 25 फरवरी को आरोपी मेहताब राणा की पत्नी भूरी, भाभी सन्नो और भाई की भतीजी को गिरफ्तार किया गया। उनके द्वारा आरोपी को भगाने में सहयोग किया गया था। पुलिस ने कार्रवाई कर उनको जेल भेज दिया। वहीं, मेहताब के भाई गुलफाम को पुलिस ने 26 फरवरी की रात को हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ के बाद एक अन्य को पकड़ा गया।

मामले में इंवेस्टीगेशन जारी है। कुछ इंम्पोर्टेंट लीड्स मिली हैं, उन पर वर्कआउट पर किया जा रहा है। टीमें लगी हुई हैं। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।

राजीव कृष्ण, एडीजी जोन