आगरा( ब्यूरो) ताजगंज क्षेत्र के एक होटल में 20 दिन पहले युवक ने खुदकुशी की। उसने खुदकुशी से पहले मोबाइल से वीडियो बनाया था। इसमें अपनी मौत का जिम्मेदार ससुरालीजन और मिर्जापुर पुलिस को बताया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भी पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। परिजन मुकदमे के लिए भटक रहे हैं।

शादी के बाद से था विवाद
बिहार के गोपालगंज निवासी हिमांशु कुमार ने 21 दिसबंर को ताजगंज क्षेत्र के होटल में खुदकुशी की थी। हिमांशु के भाई प्रियांशु वैभव ने भाई के खुदकुशी करने के बाद ताजगंज थाने में प्रार्थना पत्र दिया। प्रियांशु ने बताया कि उनका भाई हिमांशु भदोही स्थित एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करता था। छह जुलाई 2021 को उसकी शादी मिर्जापुर निवासी युवती से हुई। शादी के बाद ही विवाद शुरू हो गया। भाई ने 16 जुलाई को जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया। अस्पताल में भर्ती रहा।

पुलिस पर परेशान करने का आरोप
ससुरालीजन की धमकी और उत्पीडऩ से परेशान होकर भाई ने भदोही से नौकरी छोड़ दी। पटना में एक प्राइवेट बैंक में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी शुरू कर दी। 27 अक्टूबर को मिर्जापुर कोतवाली में भाई के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ और जानलेवा हमले की धारा में मुकदमा लिखाया गया। मुकदमे में परिजन और मिर्जापुर निवासी रिश्तेदारों को भी नामजद किया गया। पुलिस ने परेशान करना शुरू कर दिया। रिश्तेदारों को अवैध रूप से थाने में बैठाया गया। रिश्तेदारों को थाने में बेइज्जत किया गया। बैंक में आकर हंगामा किया गया। हिमांशु की नौकरी चली गई। वह परेशान हो गया। पुलिस दबिश देकर रिश्तेदारों का उत्पीडऩ करने लगी। परेशान होकर भाई बिहार से भाग आया।

जहर खाकर की खुदकुशी
आगरा के होटल में जहर खाकर खुदकुशी कर ली। इसके बाद परिजन ने यहां आकर थाने और एसपी सिटी आफिस में प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। हिमांशु के मौसेरे भाई संजय गुप्ता ने बताया कि पुलिस दबाव में है। खुदकुशी के पूर्व का वीडियो होने के बाद भी पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है।


युवक के खिलाफ मिर्जापुर में मुकदमा दर्ज था। खुदकुशी से पहले केवल नाम लेने से किसी को आरोपित नहीं बना सकते। अभी मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

राजीव कुमार, सीओ सदर

लूट के आरोपित को मिली जमानत
आगरा : बाइक व मोबाइल लूट एवं बरामदगी के मामले में आरोपी आकाश तोमर की ओर से प्रस्तुत जमानत प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए अदालत ने उसकी रिहाई के आदेश दिए हैं।

रास्ते में की लूट
फतेहाबाद निवासी राजकुमार 15 अक्टूबर 2021 की रात को दुकान से घर लौट रहे थे। रास्ते में तीन बदमाशों ने उनकी बाइक व मोबाइल लूट लिया था। पीडि़त द्वारा मुकदमा दर्ज कराने पर पुलिस ने नवंबर में पर्दाफाश करते हुए आरोपी आकाश तोमर निवासी मंसुखपुरा को गिरफ्तार कर उससे मोबाइल व रुपए बरामद किए थे। आरोपी को जेल भेजा था। आरोपी की ओर से बचाव पक्ष के अधिवक्ता नीरज पाठक के तर्क एवं गिरफ्तारी व बरामदगी का कोई स्वतंत्र गवाह न होने पर विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावी क्षेत्र मोहम्मद असलम सिद्दीकी ने 75-75 हजार रुपए की दो जमानत एवं इसी राशि के मुचलके भरने पर आरोपी को रिहा करने के आदेश दिए।

हत्या के प्रयास के आरोपित को नहीं मिली जमानत
जासं, आगरा : हत्या के प्रयास एवं अश्लील हरकत के आरोपित गिर्राज को अदालत से जमानत नहीं मिल सकी। आरोपित की ओर से प्रस्तुत जमानत प्रार्थना पत्र विवेक संगल ने खारिज करने के आदेश दिए।
शमसाबाद के बरगंवा खुर्द निवासी गिर्राज के खिलाफ पिछले वर्ष नवंबर में हत्या के प्रयास एवं अश्लील हरकतों के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। वादी ने गिर्राज व अन्य पर घर में घुसकर मारपीट करने, परिवार की महिला से अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया था।

दो महीने बाद भी नहीं हुई हत्यारोपियों की गिरफ्तारी
आगरा। जगदीशपुरा के अवधपुरी इलाके में दो माह पहले नाले में युवक की लाश मिली थी। परिजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस अभी तक हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। परिजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

साजिश के तहत की हत्या
कागारौल के गांव बैमन निवासी प्रवीन लवानियां का शव नाले में पड़ा होने की सूचना एक नवंबर 2021 को सुबह परिजन को मिली थी। परिजन के अनुसार प्रवीन की साजिश के तहत हत्या की गई थी। प्रवीन ने अपने दोस्त शैलू व उसकी मां को 2.20 लाख रुपए, जबकि सुनील को 1.90 लाख रुपए उधार दिए थे। आरोपी शैलू, सुनील व विशाल आदि ने उसे अपनी रकम एक कंपनी में निवेश करने पर दोगुना कराने का लालच दिया था। प्रवीन 31 अक्टूबर की रात को घर से दोस्तों के पास तकादा करने की कहकर निकला था। सोमवार को जगदीशपुरा थाने पहुंचे ताऊ हरिशंकर और तयेरे भाई राहुल ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश नहीं कर रही है। इंस्पेक्टर प्रवींद्र कुमार का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

डॉ। योगिता गौतम हत्याकांड में नहीं हो सकी सुनवाई

आगरा। डॉ। योगिता गौतम हत्याकांड में सोमवार को कोर्ट में सुनवाई होनी थी। मगर, मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। अब केस में सुनवाई को 28 जनवरी नियत की गई है।
नई दिल्ली के नजफगढ़ निवासी अंबेश कुमार की बेटी डॉ। योगिता गौतम की 18 अगस्त 2020 को हत्या कर दी गई थी। वह एसएन मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रही थीं। पुलिस ने इस मामले में आरोपी कानपुर निवासी डॉ। विवेक तिवारी को जेल भेजा था। वह उरई, जालौन में चिकित्सा अधिकारी था। अंबेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने कोर्ट में लगाई चार्जशीट में 30 से अधिक गवाह बनाए हैं। केस में बेटा डॉ। मोङ्क्षहद्र गौतम वादी है, जबकि वो खुद गवाह हैं। बेटे की गवाही और जिरह पूरी हो चुकी है। अब उनकी गवाही के बाद जिरह होनी है। सोमवार की तारीख लगी थी। वह कोर्ट आए थे, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। अब उन्हें अगली तारीख 28 जनवरी दी गई है।