मौके पर पहुंची सामाजिक संस्था की महिलाएं

आगरा। थाना कोतवाली पुलिस ने सूचना के आधार पर कश्मीरी बाजार में छापा मारा। इस दौरान एक कोठे से दस युवतियां बरामद की गई लेकिन कोई ग्राहक नहीं मिला। पुलिस ने ग्राहक न मिलने की एबज में सभी युवतियों को छोड़ दिया उनकी जांच करना तक जरुरी नहीं समझा। हाल ही में फातिमा प्रकरण सभी के संज्ञान में है। उसकी भी जानकारी एनआईए की कार्रवाई के बाद हुई थी।

नाबालिग की मिली सूचना

कोतवाली पुलिस को गुरुवार की सुबह एक कोठे में नाबालिग लड़की के होने की सूचना मिली। पुलिस टीम ने मौके पर जाकर छापा मारा। मौके से दस युवतियों को पकड़ा जो देह व्यापार में शामिल थी लेकिन पुलिस को कोई ग्राहक वहां पर नहीं मिला। मौके पर बाल एवं महिला विकास एवं शोषण निवारण समिति की रेनू निगम अन्य सदस्याओं के साथ पहुंच गई।

गलीच धंधे को किया कबूल

समिति सचिव रेनू निगम के मुताबिक पकड़ी गई युवतियों ने इस बात का इकबाल किया कि वह गलीच काम करती हैं। दस युवतियों में से कुछ मैरिड थीं। इनमें से एक को उसका दोस्त छोड़ गया था। किसी के पास कोई आईडी नहीं थी। समिति के लोगों ने उन्हें नौकरी का ऑफर भी दिया लेकिन वह तैयार नहीं हुई।

पुलिस ने थाने से छोड़ दिया

उनके पास कोई आईडी उस दौरान नहीं मिली। वह कलकत्ता और नेपाल की बताई गई हैं। पुलिस उनके नाम-पते नोट कर उनकी जांच कर रही है। लेकिन पुलिस ने उन्हें नारी निकेतन न भेज कर थाने से छोड़ दिया। जबकि हाल ही में थाना एत्मादउद्दौला में पकड़ी गई फातिमा की पहचान बांग्लादेशी महिला के रूप में हुई थी। एनआईए की कार्रवाई के बाद हुए खुलासे ने लोगों को चौका दिया था तो ऐसे में क्या इन महिलाओं की पूरी तरह छानबीन जरुरी नहीं थी। मौके पर उद्धार अधिकारी मिन्दर सिंह भी पहुंच गए थे।