- साढ़े चार वर्ष में 265 पुलिस मुठभेड़ में 748 बदमाश हुए गिरफ्तार

- 107 हुए घायल, डेढ़ माह में हुई तीन मुठभेड़ में ढेर हुए पांच बदमाश

आगरा: अपराध और अपराधियों पर शिकंजे को पुलिस के अभियान कई बार चले। मुठभेड़ भी हुईं, मगर हर बार पुलिस की गोली बदमाशों के घुटने तक ही रही। दस वर्ष बाद 17 जुलाई को पुलिस का निशाना बदमाशों के सीने पर लगा। मुठभेड़ में दो बदमाश ढेर हुए। इसके बाद हुई दो और मुठभेड़ में तीन बदमाश ढेर हो चुके हैं। इससे बदमाशों में खौफ है।

265 मुठभेड़ में 748 बदमाश हुए गिरफ्तार

प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से बदमाशों के खिलाफ पुलिस का अभियान शुरू हुआ। पुलिस रिकार्ड के अनुसार, 20 मार्च 2017 से 30 अगस्त 2021 तक पुलिस के रिकार्ड में 265 मुठभेड़ हुईं। इनमें 748 बदमाश गिरफ्तार हुए। मुठभेड़ के दौरान 107 बदमाश घायल हुए। 31 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। अधिकांश मुठभेड़ों में बदमाशों के पैर में ही गोली लग रही थी। पुलिस का निशाना बदमाशों के घुटने से ऊपर नहीं लग रहा था। अब डेढ़ माह से जवाबी फाय¨रग में पुलिस का निशाना बदमाशों के सीने पर लग रहा है। 17 जुलाई को मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा से करोड़ों की लूट के बाद भागते दो बदमाश पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गए। इससे पहले वर्ष 2011 में चंबल के बीहड़ में सक्रिय दस्यु विष्णु परिहार मुठभेड़ में मारा गया था। हाल में 22 जुलाई को एक लाख रुपये का इनामी और उसका साथी मुठभेड़ में मारा गया। 30 अगस्त को तड़के कुख्यात मुकेश ठाकुर पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। डेढ़ माह में हुईं तीनों मुठभेड़ के बाद बदमाशों में खौफ है। इस बीच करीब आधा दर्जन बदमाश खुद थाने पहुंचकर पुलिस के सामने समर्पण कर चुके हैं।