- आगरा की वेबसाइट पर अपलोड किए थानों के टेलीफोन नंबर बने शोपीस

- हाईटेक होने का दावा करने वाली पुलिस की संचार व्यवस्था ही ध्वस्त है

आगरा। 'ये टेलीफोन नंबर उपलब्ध नहीं है, धन्यवाद'। कुछ यही आवाज सुनाई देती है आगरा सिटी में स्थित पुलिस स्टेशनों में रखे बीएसएनएल के पीएनटी फोन नंबर लगाने पर। एक ओर तो पुलिस हाईटेक होने का दावा करती है, लेकिन दूसरी तरफ थाने के लैंडलाइन फोन खराब पड़े हुए हैं। इन्हें दुरूस्त कराने के लिए आला अधिकारियों ने सुध नहीं ली है।

नहीं लगे प्रमुख थानों के फोन

जनपद के 42 पुलिस थानों में बेसिक टेलीफोन भी उपलब्ध कराए गए थे, लेकिन मौजूदा समय में ये सब फोन नंबर ध्वस्त पड़े हैं। कोई नंबर उपलब्ध नहीं है तो कोई नंबर डायल करने पर टूं-टूं की आवाज के साथ कट जाता है। शनिवार को जब आई नेक्स्ट ने रियलटी चेक किया तो इसी तरह के हालात दिखाई दिए। काफी देर तक सिटी के प्रमुख थाने छत्ता, हरीपर्वत, जगदीशपुरा, लोहामंडी, एमएम गेट, मंटोला, नाई की मंडी, न्यू आगरा, शाहगंज, सिकंदरा, एत्माद्दौल्ला, ताजगंज के बेसिक फोन पर संपर्क नहीं हो सका।

100 नंबर पर रिंग बजती रही

शनिवार रात 9.17 बजे पुलिस कंट्रोल रुम के 100 नम्बर पर फोन किया। लगातार दो मिनट तक रिंग बजी, लेकिन फोन नहीं उठा। पुलिस कंट्रोल रूम के इंचार्ज के सीयूजी नंबर 9454458157 पर फोन किया, लेकिन फोन स्विच ऑफ जाता रहा। एसएसपी के पीआरओ से कंट्रोल रूम इंचार्ज के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने पता चला गोपीचंद यादव इंजार्च हैं। इनके निजी मोबाइल नंबर पर फोन किया तो उन्होंने गलत नंबर बताकर फोन काट दिया। बीते दिनों भी कंट्रोल रुम का फोन ठप हुआ था। फिर भी पुलिस अफसरों कोई कार्रवाई नहीं की है।

महिला थाने तक का फोन नहीं लगा

महिला सुरक्षा को बेहतर करने का दावा उस समय फुस्स होता दिखा, जब महिला थाना का पीएनटी फोन नहीं लगा। ऐसे में यदि सिटी की कोई युवती या महिला अपने साथ क्राइम के दौरान यदि हेल्प मांगती है तो पुलिस कैसे काम करेगी, ये एक बड़ा सवाल है।

टूरिस्ट हब के बाद ये हाल

हालांकि पुलिस का तर्क है कि हर थाने को सीयूजी मोबाइल नंबर मुहैया कराए गए हैं। सवाल ये है कि आगरा व‌र्ल्ड टूरिस्ट स्पॉट है, ऐसे में ये नम्बर आगरा पुलिस-प्रशासन की वेबसाइट पर अपलोड किए हैं, अगर ये नंबर काम नहीं कर रहे हैं तो वेबसाइट से इन नंबर्स को हटाया क्यों नहीं गया?