- दोनों भाईयों की फर्म व कंपनियों पर पुलिस प्रशासन का शिकंजा

- 11 बिन्दुओं पर गोपनीय टीम की जांच शुरू

-डीएम व एसएसपी कर स्वयं करेंगे अनुश्रवण

आगरा: नशीली दवाओं की तस्करी में पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन ने भी आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। रविवार को बकायदा डीएम ने अपने शिविर कार्यालय पर एसएसपी के साथ बैठक की। नशीली दवाओं की तस्करी में पंजाब पुलिस द्वारा पकड़े गए सगे भाईयों जितेन्द्र उर्फ विक्की अरोड़ा व कपिल अरोड़ा को नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के अन्तर्गत एनडीपीएस माफिया घोषित कर दिया गया है।

इन बिन्दुओं पर जांच

डीएम प्रभु एन सिंह ने कहा कि नशीली दवाओं के तस्करों को चिन्हित किया जाएगा। शीघ्र बड़ी कार्रवाई भी होगी। स्टॉक रजिस्ट्रर का निरीक्षण हो रहा है या नहीं, उनकी बिलिंग हो रही है या नहीं, पूर्व में जो औषधि निरीक्षक रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए, उन केस की वर्तमान क्या स्थिति है, पंजाब के डीजीपी द्वारा नशीली दवा की बिक्री व तस्करों को लेकर जो बिन्दु दिए गए है, उन पर कार्रवाई आदि बिन्दु गोपनीय टीम की जांच के दायरे में रहेंगे।

नशीली दवाओं की तस्करी में पंजाब पुलिस द्वारा पकड़े गए जितेन्द्र उर्फ विक्की अरोड़ा व कपिल अरोड़ा को एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत एनडीपीएस माफिया घोषित कर दिया गया है। इन दोनों की गिरफ्तारी पंजाब पुलिस ने आगरा पुलिस के साथ की है। इन दोनों की फर्मो व कंपनियों की भी जांच हो रही है। आगरा पुलिस इन दोनों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ भी करेगी ताकि अन्य तस्करों के बारे में जानकारी हासिल हो सके। नशीली दवा बेचने वालाें के खिलाफ पुलिस प्रशासन अभियान चलाएगा।

बबलू कुमार, एसएसपी