अगरा (ब्यूरो)। डेंगू का डी-2 स्ट्रेन अपने पोस्ट इफेक्ट भी छोड़ रहा है। चिकनगुनियां की तरह बच्चों के पैरों में दर्द की समस्या सामने आ रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि डेंगू बुखार में हड्डियों में दर्द शुरूहो जाता है। इसका असर डेंगू बुखार खत्म होने के बाद भी रहता है। एसएन मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। सीपी पाल ने बताया कि डेंगू बुखार में कई मरीजों को सीवियर मायलजिया की समस्या सामने आ रही है। ऐसे अब तक कई केस सामने आ चुके हैैं।

क्या है मायलजिया
डॉ। सीपी पाल ने बताया कि मायलजिया में मांसपेशियों में दर्द होने लगता है। इसमें मरीज को लिंगामेंट्स, टेंडंस और फेसिया में दर्द महसूस हो सकता है। इसके जरिए हमारे शरीर की सॉफ्ट टिशूज मसल्स, बोन्स और ऑर्गन से जुड़ते हैैं। उन्होंने बताया कि डेंगू के बाद मरीजों की मांसपेशियों में दर्द हो रहा है। इससे पैरों में दर्द नहीं हो रहा है। मरीज को खड़ा होने में परेशानी हो रही है। डॉ। पाल ने बताया कि डेंगू में डिहाइड्रेशन से तेजी से हो रहा है और इसमें प्रोटीन का भी लॉस हो रहा है। इस कारण मांसपेशियों में कमजोरी आने से ऐसी समस्या आ रही है।

तीसरे दिन सामने आ रही परेशानी
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। एलके गर्ग ने बताया कि इस वक्त डेंगू के बाद कई बच्चों में पैरों में दर्द जैसी समस्या सामने आ रही है। मांसपेशियों में दर्द के कारण बच्चों को खड़े होने में भी दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि ये समस्या बुखार आने के तीसरे से पांचवें दिन के बीच में आ रही है। उन्होंने बताया कि यदि इसका सही समय पर उपचार हो जाए तो ये तीन से चार दिन में ठीक भी हो रही है।

खाने-पीने का रखना होगा ध्यान
मायलजिया में खाने-पीने का ध्यान रखने की जरूरत है। डॉ। सीपी पाल ने बताया कि मरीज को पैरों में दर्द की परेशानी एक महीने से ज्यादा समय तक रह सकती है। इसको दूर करने के लिए खाने-पीने का ध्यान रखने की जरूरत है। मरीज को अच्छी मात्रा में फ्लुइड डाइट लेनी चाहिए। इससे ये समस्या जल्दी खत्म हो सकती है।

"डेंगू के पोस्ट इफेक्ट के रूप में मायलजिया की समस्या सामने आ रही है। इसमें मांसपेशियों में दर्द होता है। खड़ा होने या चलने में भी परेशानी हो रही है."
-डॉ। सीपी पाल, विभागाध्यक्ष, ऑर्थोपेडिक विभाग, एसएनएमसी

"डेंगू बुखार में मरीज को तीसरे दिन पैरों में दर्द और मांसपेशियों में सूजन की समस्या सामने आ रही है। इसमें बच्चों को चलने और खड़ा होने में परेशानी हो रही है."
-डॉ। एलके गर्ग, बालरोग विशेषज्ञ