आगरा: जोन पुलिस के लाइव यू-टयूब चैनल के 14वें सेशन में साइबर एक्सपर्ट द्वारा डेटा को सुरक्षित राने के टिप्स दिए गए। इसके मिसयूज से आईडेंटली थेट होने की जानकारी ाी शेयर की। जोन पुलिस द्वारा साइबर अवेयरनेस को लेकर चलाए जा रहे कैंपेन में शनिवार को लाों लोगों को अवेयर किया गया।

रंग लाने लगी मुहीम

सेशन में साइबर एक्सपर्ट जोनिस वर्गिस ने ऑनलाइन साइबर सेटी, साइबर सुरक्षा के अंतर्गत अपने डेटा को प्रोटेक्टिंग करने और सोशल मीडिया अकाउंटस को सुरक्षित राने के टिप्स लाइव शेयर किए। साइबर ठगी से बचने के लिए अवेयर किया।

क्या है आईडेंटली थेट?

साइबर क्राइम के अंतर्गत आईडेंटली थेट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जिसके अंतर्गत किसी व्यक्ति की आईडी का इस्तेमाल उसकी बिना मर्जी के करना आईडेंटली थेट की श्रेणी में आता है। आईटी एक्ट के तहत तीन वर्ष की सजा का प्रावधान हैं। इसके अलावा पैन और आधार कार्ड नबंर से आईडेंटली थेट के मामले सामने आए हैं। डेटा को सुरक्षित राना जरूरी है। सोशल मीडिया के अकाउंट पर अक्सर बर्थ-डे के फोटो और सेलिब्रेशन शेयर किए जाते हैं। अधिकतर लोग पासवर्ड को

अपने आसपास नजर आने वाले नजदीकियों पर ही तैयार करते हैं। अगर कोई अपने पेट डॉग की पिक्स शेयर कर रहा है तो साइबर क्रिमिनल उसके नाम का पासवर्ड का आंकलन कर अकाउंट हैक कर सकते हैं। इसलिए पासवर्ड हमेशा यूनिक राना चाहिए।

इन बातों का भी रखें ध्यान

अपने पासवर्ड को नियमित रूप से बदलते रहें।

अंजान सेंडर्स से आए ईमेल के अटैचमेंट को न खोलें।

अंजान लोगों से अपना पासवर्ड या ओटीपी शेयर न करें।

दूसरी साइट्स पर जाने के लिए गूगल या फेसबुक के इस्तेमाल से बचें।

ब्राउजर विंडो को बंद करने की बजाय अकाउंट से निकलने के लिए लॉग-आउट करें।

अपने स्मार्टफोन और कंप्यूटर पर नियमित रूप से एप अपडेट करते रहें।

एंटी-वायरस के साथ एंटीमालवेयर इंस्टॉल करना न भूलें।

पलिक वाई-फाई कनेक्शन का इस्तेमाल करने से बचें।

डिवाइस के ऑपरेटिंग सिस्टम को करते रहें अपडेट।

कैंपेन के जरिए पुलिस के साथ जनता की अवेयरनेस ाी बढ़ रही है। अब तक लाों लोगों को इसका ला मिल चुका है। सेशन के लास्ट में एक्सप‌र्ट्स द्वारा सवालों के जवाब ाी दिए गए। साइबर क्राइम होने पर टोल फ्री नंबर पर कंप्लेन कर सकते हैं।

राजीव कृष्ण, एडीजी जोन