- परिजन बोले, पूरा भुगतान करने के बाद भी बीपी नहीं कर रहा था रजिस्ट्री

-सुपारी देकर शूटरों से कराई हत्या, आरोपित से पूछताछ कर रही पुलिस

आगरा: सदर के राजपुर चुंगी में प्रापर्टी डीलर हरेश पचौरी की हत्या के पीछे स्वजन 1.80 करोड़ की जमीन का विवाद बता रहे हैं। उन्होंने इसी जमीन के विवाद को लेकर दो लोगों की नामजदगी कराई है। स्वजन का मानना है कि आरोपितों ने सुपारी देकर पेशेवर हत्यारों से हत्या कराई है। पुलिस नामजद आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

सदर क्षेत्र में राजेश्वर मंदिर के पास रहने वाले प्रापर्टी डीलर और तहसील में दस्तावेज लेखकर हरेश पचौरी की शनिवार दोपहर राजपुर चुंगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के पीछे जमीन की रंजिश बताई गई। प्रापर्टी डीलर के भतीजे राहुल पचौरी ने सदर थाने में भानु प्रताप मुदगल उर्फ बीपी और विष्णु रावत को नामजद किया। चार अज्ञात भी मुकदमे में शामिल हैं। राहुल ने बताया कि उनके चाचा हरेश ने चार वर्ष पहले बीपी से कावेरी विहार में 1.80 करोड़ की जमीन खरीदी थी। इसका पूरा भुगतान करने के बाद भी बीपी ने अभी तक प्रापर्टी की रजिस्ट्री नहीं की थी। इसको लेकर कई बार विवाद हो चुका था। बीपी ने धमकी भी दी थी। आशंका है कि इसी रंजिश में हरेश पचौरी की हत्या हुई है। पुलिस ने बीपी से पूछताछ की, लेकिन अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस को जांच के दौरान फतेहाबाद में एक डाक्टर से जमीन का विवाद भी पता चला। डाक्टर से भी पुलिस ने पूछताछ की,लेकिन कुछ पता नहीं चला। तीसरा एक और जमीन का विवाद सामने आया है। पुलिस तीनों मामलों को लेकर गहनता से जांच कर रही है। हत्या के पीछे इन्हीं जमीनों का विवाद माना जा रहा है। चर्चाएं हैं कि एटा, मैनपुरी या पूर्वांचल के शूटरों ने 50 लाख रुपये में सुपारी लेकर हत्या की है। अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि स्वजन से दी गई जानकारी के आधार पर जांच की जा रही है। अभी सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। आरोपित से भी पूछताछ की गई है, लेकिन पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। हत्या के पीछे कुछ और रंजिश भी हो सकती है। इसके बारे में जानकारी की जा रही है। जल्द पर्दाफाश के प्रयास किए जा रहे हैं।

इन ¨बदुओं पर चल रही जांच

- सीसीटीवी फुटेज से शूटरों की बाइक का नंबर मिला। यह नंबर मैनपुरी का निकला है। पुलिस की टीम वहां गई है।

- हत्या के पीछे तीन जमीनों के विवाद सामने आए हैं। इनमें से किसको हरेश की हत्या से लाभ हो सकता था? यह पता किया जा रहा है।

- घटना से पहले हरेश के पास सूरजधाम कालोनी निवासी अनिल दुबे की काल आई थी। उनसे पुलिस ने पूछताछ कर ली। मगर, घटना से उनका कोई संबंध नहीं निकला।

- हरेश पचौरी आखिर बेटे को कार लेकर आगे भेजकर किसका इंतजार कर रहे थे? हरेश की काल डिटेल से पुलिस जानने का प्रयास कर रही है।

- एक दिन पहले वे किस-किस से मिले थे? किससे क्या बात हुई थी? किस-किस से मोबाइल पर बात हुई ? यह जानने का प्रयास किया जा रहा है।

हत्या के मामले में चार अज्ञात दो नामजद

सदर क्षेत्र में राजेश्वर मंदिर के पास रहने वाले प्रापर्टी डीलर हरेश पचौरी की शनिवार को दोपहर एक बजे राजपुर चुंगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनके तीन गोली लगी थीं। घटना से परिजनों के साथ स्थानीय लोगों में आक्रोश था। उन्होंने सदर थाने में विष्णु रावत और भानु प्रताप मुद्गल के खिलाफ नामजद हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। चार अज्ञात भी शामिल बताए थे।

पुलिस को 24 घंटे का मिला अल्टीमेट

परिजनों ने आरोपियों की 24 घंटे में गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया है। रविवार को सुबह तक प्रापर्टी डीलर के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ और न ही आरोपित गिरफ्तार हुए। इसको लेकर परिजनों ने आक्रोशित होकर सुबह करीब साढ़े नौ बजे शमसाबाद रोड पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने गुसाए लोगों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया। उन्होंने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।

घर के आसपास रहा बाजार बंद

प्रापर्टी डीलर का शव उनके घर पहुंचने से पहले ही वहां पुलिस फोर्स के साथ अधिकारी मौजूद थे। कड़ी सुरक्षा में ताजगंज श्मशान घाट तक शव ले जाकर अंतिम संस्कार कराया गया। हत्या के सीसीटीवी फुटेज वायरल प्रापर्टी डीलर हरेश पचौरी की शनिवार को दोपहर राजपुर चुंगी तिराहे पर गोली मारकर हत्या की गई। घटनास्थल के पास स्मार्ट सिटी के कैमरे लगे हैं। कैमरे में हत्या की पूरी वारदात रिकार्ड हो गई। कॉटेक्ट किलर कुछ ही पल में हरेश के तीन गोली मारने के बाद बाइक से भाग गए थ। वारदात के दौरान हरेश ने बदमाशों की पिस्टल छीनने का प्रयास भी किया था। यह भी सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है।

प्रॉपर्टी को लेकर चल रहा था विवाद

राजपुर चुंगी में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या को लेकर विष्णु रावत और हरेश पचौरी के बीच विवाद चल रहा था। सूत्रों का कहना है कि विष्णु रावत पर हरेश पचौरी का लाखों रुपये वकाया था, जिसका अक्सर हरेश पचौरी द्वारा तगादा किया जाता था। विष्णु रावत के एक स्कूल में हरेश पचौरी सोसायटी का मैंबर हैं, इसको लेकर भी दोनों के बीच गुटबंदी रही। हत्या से एक दिन पूर्व हरेश के मोबाइल पर धमकी भरा फोन आया था, जिसको नजर अंदाज कर दिया गया।

स्मार्ट सिटी के कैमरों से बदमाशों की लोकेशन को ट्रैस कर लिया गया है। सीसीटीवी कैमरे से फुटैज भी बरामद की गई है। ऐसे में तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है। पुलिस ही बिंदु पर जांच कर रही है।

बौत्रे रोहन प्रमोद, एसपी सिटी