- निखिल रेजिडेंसी में पुलिस गश्त बढ़ाए जाने की आवश्यकता

- सोसायटी में दो गार्ड हैं तैनात

आगरा। शास्त्रीपुरम स्थित स्थित निखिल रेजिडेंसी में सुरक्षा के इंतजाम तो हैं, लेकिन पुलिस की गश्त नहीं रहती। इस कारण यहां के निवासियों में डर है। सोसायटी के लोगों का कहना है कि सोसायटी में तो गार्ड लगा रखें हैं लेकिन पुलिस की ओर से कोई गश्त नहीं की जाती है। इस कारण सोसायटी के सदस्यों में डर बना रहता है। सोसायटी में बीते दिनों एक घटना भी हो चुकी है।

निखिल रेजीडेंसी के प्रेसिडेंट ओपी परिहार ने बताया कि सोसायटी में हमने सुरक्षा के लिए गार्ड लगवा रखे हैं। दो गार्ड दिन में और दो गार्ड रात में तैनात रहते हैं। उन्होंने बताया कि गार्ड तो तैनात रहते हैं लेकिन पुलिस की ओर से गश्त नहीं की जाती है। इस कारण यहां पर घटना होने के चांस बढ़ जाते हैं। इसलिए पुलिस को अपनी गश्त बढ़ानी चाहिए, ताकि सोसायटी के निवासियों को सुरक्षित फील हो। सोसायटी के सीनियर मेंबर रामबाबू पाराशर बताते हैं कि पुलिस की पिकेट वैन यदि यहां पर रात में दो बार भी गश्त करें तो यहां पर अवांछनीय तत्व मौजूद नहीं रहेंगे।

माहौल पूरी तरह हो सेफ

सोसायटी के मेंबर रमेश चौधरी बताते हैं कि सोसायटी में सुरक्षा बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए सोसायटी की ओर से तो प्रयास किया जाता है। गेट पर गार्ड दिन और रात तैनात रहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस की एक्टिविटी बढ़ती है तो सोसायटी मेंबर्स में सुरक्षा भाव बढ़ेगा। अन्य सोसायटी शैलेंद्र सिंह बताते हैं कि सोसायटी में लगभग 250 घर हैं। इनमें लगभग 300 परिवार रहते हैं। इसमें बच्चे, युवा, बुजुर्ग हर एज ग्रुप के लोग रहते हैं। सभी चाहते हैं कि सोसायटी और उसके आसपास का माहौल पूरी तरह से सुरक्षित हो। इसके लिए पुलिस को क्षेत्र में एक्टिविटी बढ़ानी चाहिए।

सोसायटी में दो गार्ड की व्यवस्था है। दो गार्ड दिन में और दो गार्ड रात में सोसायटी में तैनात रहते हैं। सोसायटी के बाहर पुलिस की गश्त को बढ़ाने की जरूरत है।

-ओपी परिहार, प्रेसीडेंट

सोसायटी की सुरक्षा बढ़ाने के इंतजाम हमारी ओर से तो किये जा रहे हैं। लेकिन सोसायटी के बाहर थोड़ा अनसेफ फील होता है। यहां पर पुलिस की गश्त होनी चाहिए।

-दिनेश जुरैल, ऑडिटर सोसायटी

सोसायटी के आसपास पुलिस की पिकेट वैन को गश्त करने की आवश्यकता है। ताकि कोई अवैध तत्व एरिया में न घूमे और सोसायटी मेंबर्स सेफ फील करें।

-रामबाबू पाराशर, सोसायटी मेंबर

फिलहाल हमारे यहां पर सुरक्षा के लिहाज से दो गार्ड लगाए हुए हैं, दो रात के लिए और दो दिन के लिए जो रात को गेट बंद करके सोसायटी के अंदर ही गश्त करते है। पुलिस को भी गश्त बढ़ाने की जरूरत है।

-शैलेंद्र सिंह, सोसायटी मेंबर

हम सोसायटी में तो सेफ फील करते हैं, लेकिन सोसायटी के बाहर अनसेफ फील करते हैं। सोसायटी के बाहर काफी सूनसान एरिया है और शाम होने के बाद यहां खतरा बढ़ जाता है।

-रमेश चौधरी, सोसायटी मेंबर