आगरा: साइबर शातिरों ने किसी से क्रेडिट कार्ड अपडेट करने के नाम पर तो किसी से कस्टमर केयर अधिकारी बनकर ठगी की थी। रकम भी शातिरों ने उनके खातों से अपने में ट्रांसफर कर ली थी। पीडि़तों ने समय से रेंज साइबर क्राइम यूनिट में शिकायत की। आइजी नवीन अरोरा के निर्देश पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए ऐसे ही चार पीडि़तों के 1.44 लाख रुपये वापस करा दिए।

आइजी रेंज नवीन अरोरा ने बताया कि सोहल्ला निवासी अर्पित यादव ने शिकायत की थी कि उन्होंने गूगल से बैंक का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया था। वह नंबर साइबर शातिरों का निकला। साइबर शातिरों ने झांसे में देकर यूपीआइ के माध्यम से उनके खाते से 64500 रुपये पार कर लिए। शिकायत मिलने पर साइबर सेल की टीम ने जांच की। इसके बाद पूरी रकम वापस करा दी गई। बनारस निवासी पवन सिंह के खाते से शातिरों ने मोबीक्विक एप के माध्यम से 25 हजार रुपये पार कर लिए थे। उनकी भी पूरी रकम वापस करा दी गई। धनौली निवासी ओमप्रकाश के मोबाइल पर शातिरों ने काल की। ओमप्रकाश से शातिर न तो ओटीपी लिया और न ही कोई ¨लक शेयर किया। थोड़ी देर में ही उनके खाते से 12990 रुपये पार कर लिए। जांच में पता चला कि शातिर ने फ्लिपकार्ट के माध्यम से वा¨शग मशीन खरीदने को 12990 रुपये पार किए थे। यह रकम भी वापस करा दी गई है। सदर निवासी प्रवीन कुमार साहनी के मोबाइल पर शातिरों ने बैंककर्मी बनकर काल की। क्रेडिट कार्ड की डिटेल हासिल करने के बाद उनके खाते से रकम पार कर ली गई। इसमें से 42 हजार रुपये वापस करा दिए गए हैं। आइजी नवीन अरोरा का कहना है कि अप्रैल माह में रेंज साइबर सेल की टीम ने चार पीडि़तों के 1.44 लाख रुपये वापस करा दिए हैं। अभी अन्य मामलों में जांच चल रही है।