- खंदौली के 200 साल पुराने लक्ष्मी नारायण मंदिर में वारदात

- अष्टधातु की 14 मूर्तियों को ले गए बदमाश, गांव में तनाव

आगरा। थाना खंदौली के रामनगर में बदमाशों ने 200 साल पुराने लक्ष्मी नारायण मंदिर में मंगलवार आधी रात सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। पुजारी की कुल्हाड़ी से हत्या करने के बाद प्राचीन अष्टधातु की 14 मूर्तियां लूट ले गए। मूर्तियों की कीमत करोड़ों रुपये में बताई गई है। बुधवार सुबह घटना की जानकारी होने पर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। बवाल की आशंका पर एसएसपी सहित अन्य अधिकारी पीएसी के साथ मौके पर पहुंच गए।

25 साल से कर रहे थे सेवा

टूंडला के गढ़ी जादी निवासी सोरनपुरी (55) खंदौली के राम नगर स्थित प्राचीन लक्ष्मी नारायण मंदिर में पिछले 25 साल से सेवा कर रहे थे। ग्रामीणों के मुताबिक वह मंदिर पर अकेले रहते थे। महंत ने पांच साल से अन्न त्याग रखा था। बुधवार सुबह सवा चार बजे ग्राम प्रधान शीला देवी रोज की तरह मंदिर पूजा करने गई। मंदिर में महंत नहीं दिखे। घर लौटकर पति सुरेशचंद को जानकारी दी और वहां भेजा।

ग्रामीणों के साथ पहुंचे मौके पर

सुरेशचंद ग्रामीणों के साथ मंदिर पहुंचे। महंत की तलाश की। इसी दौरान ग्रामीणों को तख्त के नीचे शव पड़ा दिखा। वहीं पर एक कुल्हाड़ी भी पड़ी थी। बदमाशों ने महंत सोरनपुरी के सिर और चेहरे पर कुल्हाड़ी से प्रहार किया। इसके बाद अंगोछे से गला घोंट कर उनकी हत्या कर दी। मंदिर में रखी अष्टधातु की सभी 14 मूर्तियां गायब थीं। महंत की हत्या और लूट की जानकारी होने पर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जमा गए।

मौके पर तैनात किया गया फोर्स

एसएसपी डॉ। प्रीतिंदर सिंह, एसपी ग्रामीण बबिता साहू समेत कई थानों का फोर्स पहुंच गया। मौके पर पहुंचा डॉग स्क्वॉयड मंदिर के पीछे एक ट्यूबवेल तक गया। गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देख पीएसी तैनात कर दी गई है। माना जा रहा है कि बदमाश इसी रास्ते से बाहर निकले। एसएसपी ने बताया कि महंत की हत्या कर मूर्तियां लूटने वालों का सुराग लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पहले भी हुई थी चोरी

बताया गया है कि इसी मंदिर में 25-30 साल पहले भी शेषनाग की मूर्ति चोरी हुई थी। उसे मथुरा का लंगड़ा बाबा ले गया था। पुलिस ने बाबा को पकड़ कर मूर्ति बरामद की थी। बाबा को जेल भेजा था।