आगरा: एत्माद्दौला क्षेत्र से गायब सेल्स ऑफिसर का शव सात दिन बाद रविवार सुबह ट्रांसपोर्ट नगर की झाडि़यों में पड़ा मिला। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जिस कपड़े की पोटली की पुलिस को तलाश थी, लेकिन शव बोरे में बंद मिला है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा पहले दिन से इस ाबर को प्रमुाता से लिया गया था।

बोरे में बंद मिला शव

ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस टू में रहने वाले सुनील कुमार शर्मा ऑटो पार्टस की कंपनी में सेल्स ऑफिसर थे। वे दो अगस्त को बाइक लेकर घर से निकले थे। इसके बाद वापस नहीं आए। परिजनों की कंप्लेन पर चार अगस्त को पुलिस ने एक महिला सहित कई आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि सुनील नेहरु नगर में अजय उर्फ डकैत के घर गए थे। वहां से अजय एक लोडर टेंपो में कपड़े की पोटली और फ्रिज टीपी नगर की ओर ले गया था। जहां झाडि़यों में बोरे को फेंक दिया।

पूछताछ पर घटना से पर्दाफाश

मोना ने पूछताछ में बताया कि सुनील से उसका लेनदेन का विवाद चल रहा था। इसी विवाद में उसने पति के साथ मिलकर हत्या कर दी। बोरे में शव बंद करके टीपी नगर की झाडि़यों में फेंक दिया। रविवार सुबह आठ बजे मोना की निशानदेही पर पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर के पास झाडि़यों में से बोरे में बंद शव बरामद कर लिया। परिजनों शिनात भी कर ली। पुलिस ने रविवार शाम को प्रेस कॉफ्रें स कर घटना का ाुलासा कर दिया है, लेकिन अजय उर्फ डकैत की गिरतारी नहीं होने से कई सवाल बाकी हैं। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि मोना ने पति अजय के साथ रुपयों को लेन देन के विवाद में सुनील को मौत के घाट उतारा था।

सीसीटीवी, सर्विलांस से सुराग

सीसीटीवी फुटेज में अजय के घर से सुनील निकलते नहीं दिखे हैं। पुलिस अजय के घर पहुंची, तब तक वह अपनी पत्नी मोना के साथ फरार हो चुका था। अजय अपने परिवार के साथ पहले सुनील के घर के पास ही किराए पर रहता था। इसलिए उसके घर सुनील का जाना-आना था। पुलिस ने शनिवार को मोना को गिरतार कर लिया।