नजारा एक

सिकंदरा स्थित उच्च प्राथमिक कन्या विद्यालय, यहां साफ-सफाई के नाम पर कुछ भी नहीं। स्कूल के गेट पर थाने की गाडि़यां खड़ी हैं। सेनेटाइजेशन के नाम पर भी कोई कवायद नहीं की गई।

नजारा दो

छीपीटोला चौराहा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय, यहां पिछले तीन दिन से कोई साफ-सफाई नहीं हुई। परिसर में गंदगी और पेड़ों के पत्ते पड़े हैं। सेनेटाइजेशन के नाम पर कुछ नहीं किया गया।

तीन दिन से बंद विद्यालयों में नहीं हो सकी सफाई और सेनेटाइजेशन

विद्यार्थियों को नियमों के अंतर्गत बुलाकर कराया जाएगा शिक्षण कार्य

आगरा : यह सिर्फ इन्हीं दो परिषदीय विद्यालयों की स्थिति नहीं है, बल्कि जिले के सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयों का यही हालात है। कोरोना संक्रमण से थोड़ी राहत मिलने के साथ ही मंगलवार से छठवीं से आठवीं तक की कक्षाएं भी शुरू हो रही हैं। लेकिन, विद्यार्थियों को परिषदीय विद्यालय गंदे ही मिलेंगे।

यह हाल तब है, जब शासन ने बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग को सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी विद्यालय खोलने के लिए बाकायदा लंबे-चौड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं, लेकिन हालात यह हैं कि पिछले साढ़े पांच महीनों से बंद जिले के एक भी परिषदीय स्कूल में न तो साफ-सफाई हुई और न ही परिसर को सेनेटाइजेशन कराया गया।

जारी किए हैं निर्देश, कराएंगे पालन

हालांकि प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ब्रजराज सिंह का कहना है कि उन्होंने स्थानीय स्तर पर भी निर्देश जारी किए हैं, जिनका अनुपालन स्कूलों में किया जाएगा। मंगलवार को सुबह ही विद्यालयों में साफ-सफाई कराई जाएगी, जो त्योहार के कारण नहीं हो पाई। अभिभावकों की अनुमति से विद्यार्थी विद्यालय आएंगे और शिक्षण कार्य शुरू होगा।

निजी स्कूलों में भी तैयारी

वहीं निजी विद्यालयों ने भी छठवीं से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। 50 फीसद विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा।

यह हैं निर्देश

- विद्यालय परिसर और शौचालय की साफ-सफाई कराई जाए।

- विद्यार्थियों की थर्मल स्क्री¨नग कर हाथ सेनेटाइज कराए जाएं।

- विद्यार्थियों को शारीरिक दूरी के साथ कक्षा में बैठाया जाए।

- 50 फीसद विद्यार्थियों को ही बुलाया जाए।