आगरा (ब्यूरो)। फर्रुखाबाद जेल में बंदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस पर बंदियों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस पर बंदियों ने जेल पर पथराव और आगजनी को अंजाम दिया। इस घटना से जेल में खलबली मच गई। काफी मश्क्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया गया। इस बावाल को ध्यान में रखते हुए आगरा की जिला जेल और सेंट्रल जेल में सुरक्षा को बढ़ाया गया है। मुख्य गेट पर तलाशी ली जा रही है। सीसीटीवी कैमरों से बैरकों बंदी की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा बिना आईडी प्रूफ के किसी को एंट्री नहीं दी जा रही है।

आने-जाने वालों से गहन पूछताछ
जेल के बाहर मुलाकात करनेे वालों की भीड़ लगी रहती है, ऐसे में सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट किया गया है कि वह हर आने जाने वाले लोगों से गहन पूछताछ करें, वहीं सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मुख्य गेट से लेकर बाहर लगी बैरीकेटिंग तक सुरक्षाकर्मियों की संख्या मेें इजाफा किया गया है।

बै र कों पर रखी जा रही निगरानी
जेल अधीक्षक पीडी सलोनियां ने बताया कि बाहरी सुरक्षा के साथ अंदर की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जा रहा है। जेल की सभी बैरकों के आसपास सुरक्षा को बढ़ाया गया है। वहीं बैरकों के अंदर भी तलाशी ली जा रही है।

बंदियों का कराया जा रहा रुटीन टेस्ट
जेल में निरुद्ध बंदियों का रुटीन टेस्ट भी कराया गया, वहीं गंभीर बीमारी से ग्रस्त बंदियों का प्रॉपर इलाज कराया जा रहा है, जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया ने बताया कि जेल में डयूटी दे रहे सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट मोड रखा गया है। उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
जेल परिसर के बाहर और भीतर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है, ऐसे में जेल में बने ऑपरेट रूम से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मुख्य गेट पर लगे कैमरों से संदिग्ध लगने वाले लोगों से गहन पूछताछ करने के साथ उनकी आईडी भी चेक करने के बाद ही जाने दिया जा रहा है।

"जेल में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। वहीं बाहर और अंदर सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट किया गया है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखने का कार्य किया जा रहा है। तलाशी भी की जा रही है। किसी भी तरह की अव्यवस्था से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। "
पीडी सलोनिया, जेल अधीक्षक