अधिकारी, कर्मचारी और कई बंदी मिल चुके हैं संक्रमित

आगरा। अस्थाई जेल और जिला कारागार में लगातार बंदी और अधिकारियों के संक्रमित मिलने पर अब कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। संक्रमितों को क्वारंटीन किया गया है तो वहीं बंदियों को भी सोशल डिस्टेंस के साथ अलग-अलग बैरिकों में रखा जा रहा है। मुख्य गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है। बैरिकों में भी सुरक्षा लेकर सतर्कता बरती जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि वायरस किस तरह से यहां पहुंच रहा था, इसका तो पता नहीं चल सका है लेकिन अब कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है।

टेस्ट के बाद भी मिल रहे संक्रमित

जिला कारागार और सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण न हो इसको देखते हुए लॉकडाउन के समय ही एमडी जैन इंटर कॉलेज में अस्थाई जेल बनाई गई थी। हालांकि वर्तमान में यह अस्थाई जेल देहली गेट स्थित क्वीन विक्टोरिया स्कूल में संचालित है। यहां आने वाले बंदियों का पहले कोरोना टेस्ट किया जाता है और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही इन्हें जिला कारागार भेजा जाता है, लेकिन इन सब इंतजामों के बाद भी जिला जेल और सेंट्रल जेल में लगातार कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें अधिकारी, कर्मचारी और बंदी भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमण जेल में क्यों मिल रहा है यह अभी तक रहस्य बना हुआ है क्योंकि बंदियों से मिलाई भी सुरक्षा के लिहाज से फिलहाल बंद है।

जेल में वार्ड की व्यवस्था

जिला जेल में हाल ही में एक महिला सहित पांच बंदियों को संक्रमित पाया गया था। इसके बाद जेल अधीक्षक और डिप्टी जेल अधीक्षक भी इसकी चपेट में आ गए। वहीं बैरिक में बंद कैदियों में भी संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं। इसको लेकर जेल परिसर में सावधानी बरती जा रही है। बंदियों और बंदी रक्षकों में मामूली बीमारी होने के बाद अलग से क्वारंटीन किया गया है। वहीं अलग से जेल में वार्ड की व्यवस्था की गई है।

थर्मल स्क्रीनिंग और सेनेटाइज

जेल में बंदी रक्षक सुरक्षा के जिहाज से हेंड ग्लब्स और मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं मुख्य गेट पर प्रवेश के दौरान थर्मल स्क्रीनिंग के साथ हैंड सेनेटाइज किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंस का बंदियों और सुरक्षा कíमयों द्वारा कोविड-19 के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। मुख्य गेट के बाहर लगे बैरीकेटिंग पर मुस्तैद पुलिसकर्मी किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना किसी कारण के प्रवेश नहीं दे रहे हैं।

जेल में सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। परिसर को सेनेटाइज किया गया है। कोरोना संक्रमण की जांच आने के बाद ही बंदियों को जिला और सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं परिसर में सोशल डिस्टेंस के साथ कोविड-19 से बचाव के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। अलग से क्वारंटीन हॉल भी बनाया गया है।

शशिकांत मिश्रा, जिला जेल अधीक्षक