- निबोहरा के धरियाई में निकला खुशी का सूरज, मां ने गांवभर में बांटे बताशे

- 95 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था चार साल का शिवा, साढ़े नौ घंटे बाद निकाला गया

आगरा, जेएनएन: निबोहरा के धरियाई गांव में मंगलवार का सूरज छोटेलाल के परिवार के लिए खुशियां लेकर आया। जिगर के टुकड़े चार वर्षीय शिवा के अस्पताल में भर्ती होने के कारण मां मीना देवी रात भर करवटें बदलती रहीं। मंगलवार तड़के उठकर स्नान किया और पास के ही हनुमानजी मंदिर पर पूजा करने चली गई। प्रसाद चढ़ाया और फिर पूरे गांव में बताशे बांटे। कहने लगीं, मेरे लाल ने रात जाने कैसे काटी होगी? जल्दी-जल्दी बताशे ले लो फिर अपने शिवा से मिलकर उसे आंचल में समेट लूंगी।

बुरा समय था, गुजर गया

पिता छोटेलाल भी गांव के चबूतरे पर खड़े ग्रामीणों से बोले। 'भइया, बुरा समय था, गुजर गया.' वरना कोई साढ़े नौ घंटे बाद भी मौत के मुंह से बाहर आ सकता है। गांव के लोग बोले, 'भगवान भला करे सेना और एनडीआरएफ के जवानों का, जिन्होंने बच्चे को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.' प्रशासन के सहयोग से ही शिवा को दूसरा जीवन मिला है। बताशे से काम न चलेगा, मिठाई तो होनी ही चाहिए। यह सुन चबूतरे पर ठहाके गूंजने लगे। उधर, शिवा की चार बहनें और बड़े भाई भी चहकते नजर आए।

ईश्वर ने सुन ली सभी की प्रार्थना

ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्रशासन तत्काल सक्रिय न होता तो उन्हें इतना बड़ा गड्ढा खोदने में कम से कम 24 घंटे लग जाते। बच्चे की जान को फजीहत रहती सो अलग। क्योंकि चार वर्षीय शिवा बोरवेल में 95 फीट की गहराई पर अटका था। शिवा तक पहुंचने के लिए 10 फीट की दूरी पर सर्वाधिक खतरा था। मिट्टी की खोदाई के दौरान धमक से वह ढाय में दब भी सकता था। फावड़े से खोदाई करते तो समय और भी लगता। अंत भला तो सब भला। प्रभु की कृपा से बच्चा सकुशल बाहर आ गया। ईश्वर ने सभी की प्रार्थना सुन ली।

आज अस्पताल से मिलेगी छुट्टी

चार साल का शिवा एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती है। पिता छोटेलाल ने बताया कि दोपहर बाद ऑक्सीजन हटा दी गई। अब वह स्वस्थ है। चिकित्सक ने खान-पान की इजाजत दे दी है। संभवत: बुधवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

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मिट्टी डालकर भरवाया गया बोरवेल का गड्ढा

निबोहरा के धरियाई गांव में मासूम शिवा जिस बोरवेल में गिरा था, उसे मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया है। ग्राम प्रधान राजकुमार, देवेंद्र सिकरवार, मनोज कौशिक, राजवीर वर्मा, बलराम सिंह आदि ने बताया कि रविवार शाम को बच्चे के सकुशल निकाले जाने के बाद नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम ने शाम सात बजे गड्ढे को भरवा दिया।

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जिले में बोरवेल सत्यापन को चलेगा अभियान

निबोहरा के धरियाई गांव में चार वर्षीय शिवा के बोरवेल में गिरने के बाद अब पुलिस प्रशासन बोरवेल सत्यापन को अभियान चलाएगा। गांव-गांव और मोहल्लों में पुलिस प्रशासन की टीमें खुले बोरवेल और मेनहाल की पड़ताल करेंगी। अगर कहीं खुला पड़ा होगा तो उसे बंद कराया जाएगा। डीएम प्रभु एन सिंह ने मंगलवार को इस संबंध में सभी अधिकारियों के लिए आदेश जारी किए हैं।

मैनहोल भी ढ़के जाएंगे

दोबारा ऐसी कोई घटना जिले में न हो, इसके लिए अब बोरवेल और मैनहोल का सत्यापन कराया जाएगा। शहरी क्षेत्र में खुले मैनहाल हादसों का कारण बनते हैं। वहीं, देहात में बोरवेल में कई हादसे हो चुके हैं। डीएम ने सभी एसडीएम, सीओ व अन्य अधिकारियों को सत्यापन कराने के आदेश दिए हैं। इस कार्य में थाना प्रभारी, लेखपाल और बीट सिपाही तक को जिम्मेदारी दी गई है। शहरी क्षेत्र में मेनहोल की जांच सफाई सुपरवाइजर और सफाईकर्मी करेंगे। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि अगर कहीं बोरवेल या मैनहोल खुले हैं तो उन्हें बंद कराया जाए।

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जनपद में कहीं भी बोरवेल या गड्ढा खुला नहीं रखा जाएगा, इस संबंध में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। शहरी क्षेत्रों में भी नगर निगम को मेनहोल ढंकने के निर्देश दिए गए हैं। शिवा की हालत ठीक है, एसएन मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स की टीम लगातार नजर बनाए हुए है।

-प्रभु एन सिंह, डीएम, आगरा