आगरा। शहर के श्री पारस हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डर) शनिवार को पुलिस ने लखनऊ फोरेंसिक लैब भेज दिया है। पुलिस को डीवीआर में फीड चार दिनों की रिकार्डिंग की पड़ताल करनी है।

मोबाइल को भी जांच के लिए भेजा

श्री पारस हास्पिटल के संचालक डॉ। अ¨रजय जैन का वीडियो सात जून को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में डॉ। अ¨रजय जैन हॉस्पिटल में 26 अप्रैल को माकड्रिल की बात कह रहे थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज करा दिया गया। पुलिस ने इसकी जांच के लिए हॉस्पिटल का डीवीआर जब्त किया था। डाटा रिकवर कराने के लिए पुलिस ने पहले डीवीआर को लखनऊ फोरेंसिक लैब भेजा था मगर, वहां से लौटा दिया गया था। अब पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक एके मित्तल से बात की है। शनिवार को डीवीआर पुन: लखनऊ फोरेंसिक लैब भेज दिया गया। डीवीआर से 26, 27, 28 अप्रैल और 16 मई का डाटा रिकवर कराने की मांग की है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि हॉस्पिटल में वीडियो किसने बनाया यह जांच भी चल रही है। पुलिस ने पहले जीवनी मंडी निवासी युवक का मोबाइल फोन जब्त किया था। पांच जुलाई को गांधी नगर निवासी चांदी व्यापारी का मोबाइल जब्त किया गया। दोनों मोबाइल से भी डाटा रिकवर कराया जा रहा है। मोबाइल जांच लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा भेजे गए हैं। आगरा में डीवीआर की जांच नहीं होती है, इसलिए डीवीआर लखनऊ भेजा गया है।