-अस्पताल फुल, लखनऊ भेजे गए 25 सैंपल, मृतकों की संख्या पहुंची 51

-एपिडेमिक इंटेलीजेंस आफीसर्स की दो टीमों ने डाला डेरा, चिकित्सक भी आए

फिरोजाबाद: शहर में डेंगू और बुखार से मंगलवार को हालात बेकाबू रहे। सात बच्चों समेत आठ और लोगों ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 52 हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एपिडेमिक इंटेलीजेंस ऑफीसर्स की दो टीमों ने जिले में डेरा डाल दिया है। 25 बच्चों के ब्लड सैंपल लखनऊ भेजे गए। बीमारी की वजह से आठवीं तक के स्कूल बंद रहे, जबकि एक सितंबर से खुलने वाले पांचवीं तक के स्कूलों को अब छह सितंबर को खोलने का निर्णय लिया गया है।

आगरा से पहुंचे डॉक्टर

सीएम के सोमवार को दौरे के बाद आगरा से तीन सीनियर और छह जूनियर रेजीडेंट डाक्टर मेडिकल कालेज आ गए हैं। एपिडेमिक इंटेलीजेंस आफीसर डॉ। अशोक तिलियानी (मेरठ), डॉ। अखिलेश्वर सिंह (बरेली), वेक्टर बोर्न डिजीज आफिस लखनऊ के संयुक्त निदेशक डा। अवधेश यादव, डॉ। स्वदेश (कीट विज्ञानी) ने सीएमओ कार्यालय और कोटला सीएचसी में बैठकें कर हालात की जानकारी ली।

46 और बच्चों में डेंगू की पुष्टि

डीएम चंद्र विजय सिंह ने 46 बच्चों के एंटीजन टेस्ट से मंगलवार को डेंगू की पुष्टि हुई है। शहर के अन्य क्षेत्रों में मौतों का वेरीफिकेशन किया जा रहा है। एलाइजा टेस्ट शुरू हो गया है। आगरा और इटावा से डाक्टर मिले हैं। कल तक कानपुर से भी डाक्टर आ जाएंगे। हालात काबू में करने के प्रयास जारी हैं।

कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने देखे हालात, किया रक्तदान

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधि मंडल ने सौ शैया अस्पताल में भर्ती बच्चों का हालचाल लिया। अस्पताल में खून की कमी की जानकारी होने पर ब्लड बैंक जाकर अध्यक्ष समेत अन्य प्रतिनिधियों ने रक्तदान किया। इसके बाद सुदामा नगर और छोटी छपैटी जाकर जान गंवाने वाले बच्चों के परिवारों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में महिला प्रदेशाध्यक्ष बुंदेलखंड क्षेत्र करिश्मा ठाकुर, पूर्व सांसद राकेश सचान, कानपुर कैंट विधायक सोहेल अख्तर अंसारी व अन्य शामिल रहे।