AGRAस्मार्ट सिटी के 1100 करोड़ के सभी प्रोजेक्ट जुलाई तक पूरे करने होंगे। इस बारे में स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट ऑफिसर आनंद मेनन ने बताया कि इसके लिए मीटिंग हो चुकी हैं। तय समय में सभी 1100 करोड़ के विकास कार्यो को पूरा कर उन्हें हैंडओवर किया जाना है।

784 में से 741 करोड़ ही खर्च हुए
अभी तक स्मार्ट सिटी को 784 करोड़ का बजट जारी किया जा चुका है। इसमें अभी 741 करोड़ ही खर्च किए जा सकें हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये हैं कि प्रोजेक्ट पर काम इतनी धीमी गति से चल रहा है कि इनको जुलाई तक पूरा किया जाना संभव नहीं है। कई प्रोजेक्ट की तो डीपीआर भी तैयार नहीं हो सकी है।

अभी ये प्रोजेक्ट भी अधूरे
143 करोड़ की ताजगंज की पेयजल योजना भी अधूरी पड़ी है। इसमें पाइपलाइन तो बिछा दी गई है। टैंक भी तैयार हो चुके हैं। लेकिन अभी जलापूर्ति शुरूनहीं हो सकी है। इसके अलावा 100 करोड़ की सीवर की योजना हैं। इसमें 10 हजार कनेक्शन के साथ तीन पंपिंग स्टेशन को दुरुस्त किया जाना है। चौराहों का सौंदर्यीकरण है। इसमें चौराहे पर वेडिंग स्ट्रीट, बैठने की बेंच, लैंडस्कोपिंग पार्किंग, पेंटिंग आदि कार्य किया जाना है। इस प्रकार 11 योजनाएं हैं। जिन पर 1100 करोड़ खर्च किया जाना है। फतेहाबाद रोड के सौंदर्यीकरण का काम अधूरा पड़ा है।

5 वर्ष का रखरखाव करेगी कंपनी
स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट ऑफिसर ने बताया कि तैयार प्रोजेक्ट की कुल लागत में रखरखाव की लागत भी निकाली जाएगी। जैसे यदि कोई प्रोजेक्ट 1000 करोड़ का है तो 820 करोड़ का प्रोजेक्ट और 180 करोड़ 5 वर्ष के रखरखाव के लिए निर्धारित हैं।

नेशनल स्तर पर तीसरी रैंक
आगरा स्मार्ट सिटी की नेशनल स्तर पर तीसरी रैंक बनी हुई है। आगरा स्मार्ट सिटी टॉप-5 में शुरू से रहा है। अभी तक 19 प्रोजेक्ट में से 15 पर काम पूरा हो चुका है। इसमें अभी तक 784 करोड़ का स्मार्ट सिटी के तहत रिलीज किया जा चुका है। इसमें 741 करोड़ खर्च हो चुके हैं। इसमें अलीगढ़ एएमयू को विकास कार्यो की जांच के लिए थर्ड पार्टी नामित किया गया है।