आगरा: यमुना किनारा रोड पर 1200 एमएम की पानी की पाइप लाइन डालने के लिए पोकलेन मशीन से स्मार्ट सिटी प्रा। लि। ने वन विभाग के 215 पेड़-पौधे उखाड़ दिए। विभाग ने उखाड़े गए पेड़ों की गिनती कराई। यह लगभग 13 प्रजाति के पेड़-पौधे हैं। वन विभाग अब स्मार्ट सिटी प्रा। लि। पर उखाड़े गए पेड़-पौधों की दोगुनी संया में पौधे लगाने का जुर्माना लगाएगा।

विभाग ने दर्ज कराया मुकदमा

शनिवार को यमुना किनारा रोड पर काली मंदिर से हाथी घाट तक पिछले साल लगाए गए पेड़-पौधों को पोकलेन मशीन से स्मार्ट सिटी प्रा। लि। के आदेश पर उखाड़ दिया गया था। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। थाना छत्ता में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। रविवार को वन विभाग के उप खंड अधिकारी देवेंद्र सिंह के निर्देशन में उखाड़े गए पेड़-पौधों की गिनती की गई। इनकी संया 215 रही। देवेंद्र सिंह का कहना है कि उखाड़े गए पेड़-पौधों में पीपल, नीम, गूलर, खिरनी समेत लगभग 13 प्रजातियां शामिल हैं। मुकदमा दर्ज हो चुका है, लेकिन स्मार्ट सिटी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। स्मार्ट सिटी को इसी स्थान पर 430 पौधे लगाने होंगे, तभी संतुलन बनेगा।

बड़ा हादसा होने से बचा

वन अधिकारी ने बताया कि पोकलेन और जेसीबी मशीन से खोदाई के दौरान इसी क्षेत्र में गैस की पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त होते-होते बची है। स्मार्ट सिटी की तरफ से हद दर्जे की लापरवाही बरती गई है। गैस लाइन क्षतिग्रस्त होने से बड़ा हादसा हो सकता था।

उखाड़े गए पेड़-पौधों में पीपल, नीम, गूलर, खिरनी समेत लगभग 13 प्रजातियां शामिल हैं। मुकदमा दर्ज हो चुका है। स्मार्ट सिटी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। स्मार्ट सिटी को इसी स्थान पर 430 पौधे लगाने होंगे, तभी संतुलन बनेगा।

देवेंद्र सिंह, उप खंड अधिकारी, वन विभाग