आगरा : कोरोना काल में ताजनगरी का पर्यटन उद्योग संकट से जूझ रहा है। स्मारक खुलने से चहलपहल तो बढ़ी है, लेकिन रौनक गायब है। पर्यटन कारोबारियों को सरकार ने कोई राहत तो दी नहीं, पर्यटन प्रोत्साहन पर भी ध्यान नहीं है। न तो प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और न ही कोई ऐसी योजना शुरू की गई है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले और पर्यटक यहां आने को प्रेरित हों। शहर में रात्रि पर्यटन के एकमात्र सरकारी आकर्षण आगरा किला में होने वाले साउंड एंड लाइट शो पर भी डेढ़ वर्ष से बंदी का ताला लटका हुआ है। प्रो-पुअर टूरिज्म डवलपमेंट प्रोजेक्ट में इसका अपग्रेडेशन होना है, लेकिन डेढ़ वर्षों में इसकी स्क्रिप्ट भी तैयार नहीं हो पाई है। इसके इस सीजन में भी शुरू होने की उम्मीद नहीं है।

ताजनगरी में पर्यटन प्रमुख उद्योगों में शुमार है, इस पर करीब पांच लाख लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आश्रित हैं। मार्च से इस उद्योग पर कोरोना का ग्रहण लगा हुआ है। रिकार्ड बंदी के बाद स्मारक खुल चुके हैं, लेकिन अब तक कै¨पग के बराबर टिकटें बुक नहीं हो सकी हैं। जो पर्यटक आ भी रहे हैं, वो सुबह आकर शाम तक वापस लौट जा रहे हैं। बड़े होटलों द्वारा कमरों का किराया कम किए जाने की वजह से छोटे होटल अभी भी संचालन की स्थिति में नहीं हैं। आगरा में स्मारक रात में खुलते नहीं हैं और नाइट टूरिज्म का यहां कोई अन्य आकर्षण भी नहीं है। आगरा किला में पर्यटन निगम द्वारा वर्ष 2011 में शुरू किया गया साउंड एंड लाइट शो एक अप्रैल, 2019 से बंद पड़ा है। इसे अपग्रेड करने की 12 करोड़ रुपये से अधिक की योजना प्रो-पुअर टूरिज्म डवलपमेंट प्रोजेक्ट में स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन काम की सुस्त रफ्तार के चलते बात नहीं बन पा रही है। इससे शो के पर्यटन सीजन में शुरू होने की उम्मीद ना के बराबर है।

उपनिदेशक पर्यटन अमित ने बताया कि साउंड एंड लाइट शो के अपग्रेडेशन का काम लखनऊ मुख्यालय के स्तर पर देखा जा रहा है। इसकी स्क्रिप्ट अभी तैयार नहीं हो सकी है।