आगरा(ब्यूरो)। एसएन मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग में बीते एक साल में तीन हजार से ज्यादा लोगों की हड्डी टूटने पर ऑपरेशन किए गए हैं। इनमें 1800 से ज्यादा केस रोड एक्सीडेंट्स के थे। इनमें 80 से 90 परसेंट मरीज युवा होते हैैं। 600 से ज्यादा मरीजों की मल्टीपल इंजरी के ऑपरेशन हुए। एसएन मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉ। अमृत गोयल बताते हैैं कि एसएन में हर माह लगभग 250 लोगों का ऑपरेशन किया जाता है। इनमें 150 से ज्यादा मरीज ऐसे होते हैैं जिनका रोड एक्सीडेंट के कारण इंजरी हुई हो। इसके साथ ही इनमें से ज्यादातर युवा ही होते हैैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दो से तीन दिन में मल्टीपल इंजरी के मरीजों का उपचार किया जाता है।

लेग गार्ड न लगाने से नुकसान
डॉ। अमृत गोयल ने बताया कि ज्यादातर केसेज पैर टूटने के आते हैैं। इसका कारण युवाओं द्वारा बाइक में लेग गार्ड न लगवाना है। वह तेज रफ्तार से बाइक चलाते हैैं। ऐसे एक्सीडेंट होने पर पैर की हड्डियां बुरी तरह से टूट जाती हैैं। इनकी सर्जरी करने में काफी कॉम्पलिकेशन होती हैै। उन्होंने कहा कि पहले स्कूटर पर चलते थे ऐसे में लोगों की टांगों में फ्रैक्चर कम होता था। सरकारी हॉस्पिटल से ज्यादा मरीज प्राइवेट क्लीनिक्स और हॉस्पिटल्स में आते हैैं। आगरा ऑर्थोपेडिक सोसाइटी के प्रेसिडेंट डॉ। अरुण कपूर ने बताया कि युवाओं को फ्रैक्चर होने के मामले ज्यादा सामने आते हैैं। इसलिए युवाओं को रोड पर संभलकर चलना चाहिए। ट्रैफिक रूल्स को फॉलो करना चाहिए। बाइक चलाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि हेलमेट जरूर पहनें। स्पीड का ध्यान रखें।

बुजुर्ग घर पर रखें ध्यान
डॉ। कपूर ने बताया कि अब ओस्टियोपोरोसिस (हड्डियां कमजोर होने की बीमारी) 40 के आसपास के लोगों में भी देखने को मिल रही है। वहीं अब लोगों के एवरेज एज में भी इजाफा हुआ है इसलिए बुजुर्गों को घर पर फ्रैक्चर हो रहे हैैं। इससे बचाव के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें। स्वस्थ आहार लें। रोजाना कुछ देर धूप में बैठें। खाने में कैल्शियम वाले उत्पादों को शामिल करें। इसके साथ ही घर में फर्श चिकना न रखें। फर्श पर पानी न गिरने दें। ऊपर चढ़कर कोई भी चीज न निकालें। स्टूल आदि पर न चढ़ें। कार्पेट आदि के किनारों पर संभलकर चलें। कई बार इनमें पैर उलझकर भी गिर जाते हैैं और फ्रैक्चर हो जाता है।

03 हजार से ज्यादा एसएन के हड्डी रोग विभाग में सर्जरी हुई बीते एक साल में
1800 से ज्यादा रोड एक्सीडेंट होने के कारण हड्डी टूटने के मरीज आए
600 से ज्यादा लोगों को हुए मल्टीपल फ्रैक्चर

रोड सेफ्टी के लिए यह रखें ध्यान
- ट्रैफिक नियमों का पालन करें
- ओवर स्पीड गाड़ी न चलाएं
- हेलमेट अवश्य पहनें
- बाइक में लेग गार्ड अवश्य लगवाएं

बुजुर्ग हड्डियों को बचाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- कैल्शियम का सेवन करें
- घर के फर्श को चिकन न रखें
- फर्श पर पानी न फैलने दें
- स्टूल आदि पर चढ़कर कुछ भी न उतारें


एसएन में हर माह 250 से ज्यादा लोगों की हड्डी टूटने पर ऑपरेशन किए जाते हैैं। इनमें 80 परसेंट केस रोड एक्सीडेंट के होते हैैं।
- डॉ। अमृत गोयल, एचओडी, हड्डी रोग विभाग,एसएनएमसी

युवा सड़क पर चलते वक्त नियमों का पालन करें। ज्यादातर युवाओं को ही हड्डी टूटने के मामले सामने आते हैैं। बुजुर्ग भी घर पर अपना ध्यान रखें।
- डॉ। अरुण कपूर, प्रेसिडेंट, एओएस