आगरा(ब्यूरो)। आरबीएस इंजीनियङ्क्षरग टेक्निकल कैंपस में मैकेनिकल इंजीनियङ्क्षरग विभाग के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्रों ने पेट्रोल से चलने वाली बाइक को बहुत ही कम खर्च में ई-बाइक में बदल दिया है।

75 किलोमीटर चल सकती है

विभाग के पांच छात्रों ने ई-बाइक को बनाने में लगभग 11 महीने का समय लगाया। किसी भी पुराने दो पहिया वाहन में से इंजन हटाकर बैटरी, डीसी मोटर और कंट्रोलर लगाया जा सकता है। एक बार फुल चार्ज करने पर करीब 75 किलोमीटर चल सकती है। इसकी अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। प्रति किलोमीटर दूरी तय करने में मात्र 60 पैसे का खर्चा आएगा।

27 हजार रुपये खर्चा आता है
प्रोजेक्ट हेड प्रो। अमित अग्रवाल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को बनाने में वक्त ज्यादा इसलिए लगा क्योंकि छात्र पढ़ाई में भी व्यस्त थे। अब उनका अंतिम वर्ष पूरा होने वाला है, जिसके बाद वे अपना स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इस प्रोजेक्ट को आम जनता के लिए भी इस्तेमाल करेंगे। एक दोपहिया वाहन को ई-बाइक में बदलने में लगभग 27 हजार रुपये खर्चा आता है। अब अगर किसी दोपहिया वाहन को ई-बाइक में बदलना होगा, तो उसमें 10 दिन का समय लगेगा। संस्थान के निदेशक प्रो। बीएस कुशवाह ने छात्रों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल पर्यावरण हित में है। उन लोगों के लिए यह काफी लाभदायक है, जो वाहन के 15 साल बाद भी नया वाहन खरीदने की स्थिति में नहीं होते हैं। निदेशक वित्त एवं प्रशासनिक प्रो। पंकज गुप्ता ने भी छात्रों को बधाई दी। ई-बाइक बनाने वाले छात्रों में कोमल ङ्क्षसह, रजत कुमार, शुभम उपाध्याय, निशु ङ्क्षसह, विशाल कुमार शामिल हैं। विभाग के अनुराग कुलश्रेष्ठ, अरुण ङ्क्षसह, अभिषेक दीक्षित तथा राघवेंद्र ङ्क्षसह का योगदान रहा।