- बीए, बीएससी और बीकॉम अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए छह अक्तूबर को होगी परीक्षा

- जो विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे पाए थे, वे भी शामिल हो सकेंगे इस परीक्षा में

आगरा। डा। भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने छात्र हित में एक और कदम उठाया है। 2017 और उससे पूर्व के बीए, बीएससी व बीकॉम के अंतिम वर्ष के वे सभी विद्यार्थी जो पर्यावरण अध्ययन की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाए थे, उन्हें इस परीक्षा को देने का एक और मौका दिया जा रहा है।

पर्यावरण अध्ययन की परीक्षा अनिवार्य है। स्नातक स्तर पर इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना होता है, अगर विद्यार्थी इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाते हैं तो पाठ्यक्रम को पूरा नहीं माना जाता है। हर साल कई हजार विद्यार्थी इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाते हैं, जिस वजह से उनका पाठ्यक्रम पूरा नहीं माना जाता था। विद्यार्थियों की इस समस्या को खत्म करते हुए गुरूवार को कुलपति प्रो। अशोक मित्तल ने 2017 और उससे पहले के उन सभी विद्यार्थी को परीक्षा उत्तीर्ण करने का मौका दिया है, जो पर्यावरण अध्ययन में अनुत्तीर्ण हैं.ऐसे सभी विद्यार्थियों की परीक्षा छह अक्तूबर को द्वितीय पाली में होगी.विद्यार्थियों का उपस्थिति पत्र व प्रवेश पत्र कालेज की लॉग इन आईडी पर उपलब्ध है। विद्यार्थी अपना नया प्रवेश पत्र कालेज से भी प्राप्त कर सकते हैं.जो विद्यार्थी किसी कारणवश यह परीक्षा नहीं दे पाए थे, वे भी 30 सितंबर तक कालेज प्राचार्य के माध्यम से अपना विवरण विश्वविद्यालय को भेज सकते हैं।

अंतिम वर्ष में चुन सकेंगे तीन विषय

डा। भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की विगत बुधवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में बीए और बीएससी अंतिम वर्ष में दो के स्थान पर तीन विषय चुनने की व्यवस्था का प्रस्ताव रखा गया था.इस प्रस्ताव पर गुरूवार को सर्वसम्मति से सभी ने हामी भर दी है.अब बीए और बीएससी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थी तीन मुख्य विषय चुन सकेंगे। इससे पूर्व विद्यार्थी केवल दो ही विषय लेते थे.30 सितंबर को होने वाली विद्या परिषद एवं कार्य परिषद की बैठक में अनुमोदन मिलते ही यह व्यवस्था इसी सत्र से लागू कर दी जाएगी। बीएड के परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि को 25 सितंबर से बढ़ाकर एक अक्टूबर कर दिया गया है।