वीसी से मिले छात्र नेता

बैठक में लिए गए इस फैसले से यूनिवर्सिटी में ट्यूजडे को सभी छात्र संगठन जमा हो गए। प्रदर्शन करने के बाद कुछ छात्र नेता मदन मोहन शर्मा, अमित सिंह, संजीव और अरविंद राणा वीसी प्रो.डीएन जौहर से मिले। स्टूडेंट्स से बात करने पर वीसी ने मामले पर विचार करने का आश्वासन दिया। वहीं, औटा के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान और महामंत्री एके सिंह ने भी इस फैसले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि औटा इसका विरोध करती है। अगर यह फैसला वापस नहीं हुआ तो आंदोलन भी किया जाएगा।

कर्मचारी और वकील आए समर्थन

यूनिवर्सिटी के कर्मचारी संघ और वकीलों ने प्राइवेट स्टूडेंट्स के हक में खड़े हो गए हैं। कर्मचारी नेता अखिलेश चौधरी, अरिवंद गुप्ता, दीपक गुप्ता और शरद कटियार ने परीक्षा समिति के फैसले को गलत ठहराया। वहीं, वकील पियूष श्रीवास्तव, सुरेश शर्मा, रोहित पाल ने अपने को प्राइवेट स्टूडेंट्स के साथ होने की बात कही। पूर्व छात्र नेता अतुल दुबे ने कहा कि जल्द हाईकोर्ट में परीक्षा समिति के फैसले के खिलाफ रिट दायर की जाएगी। यूथ कांग्रेस से ब्रजेश शर्मा, धर्मेद्र परमार, शफीक अहमद आदि सहित लोगों ने यूनिवर्सिटी में धरना दिया। साथ इस बात का ऐलान किया कि अगर परीक्षा समिति का फैसला वापस नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।

परीक्षा समिति की ओर से लिया गया फैसला गलत है। इस के विरोध में वेडनसडे को यूनिवर्सिटी कर्मचारी काम नहीं करेंगे और यूनिवर्सिटी भी बंद रखी जाएगी।

अखिलेश चौधरी, अध्यक्ष कर्मचारी संघ

जो भी फैसला लिया गया है वो परीक्षा समिति ने लिया। इस फैसले पर जो भी अलग से एक्शन लिया जाएगा वो वीसी प्रो। डीएन जौहर ही लेंगे। उन्होंने स्टूडेंट्स विचार करने का वादा किया है।

प्रभात रंजन, रजिस्ट्रार यूनिवर्सिटी