-प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूलों में स्टार्ट होंगी ऑनलाइन क्लास

-शैक्षिक सत्र लेट, टीचर्स को कोर्स पूरा कराने में करनी होगी मश्क्कत

आगरा। माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन क्लास के लिए स्टूडेंटस को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। प्रवेश प्रक्रिया के चलते ऑनलाइन क्लास को एक बार फिर से टाल दिया गया है। प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही ऑनलाइन क्लास पर विचार किया जाएगा।

सितंबर में शुरू होने के आसार

यूपी बोर्ड का रिजल्ट जारी होने के बाद सभी माध्यमिक विद्यालयों की ओर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बोर्ड की ओर से प्रवेश प्रक्रिया की अंतिम तिथि 31 जुलाई रखी गई थी, लेकिन हजारों स्टूडेंट्स के फार्म भरने से वंचित होने पर उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रवेश प्रक्रिया की तिथि बढ़ा दी गई है। इसका असर ऑनलाइन क्लास पर पड़ रहा है। उम्मीद है कि सितंबर में ऑनलाइन क्लास स्टार्ट हो सकती हैं, लेकिन इससे सत्र लेट हो सकता है। हर बार की तरह बोर्ड एग्जाम फरवरी और मार्च तक पूरे कराए जाते थे, लेकिन इस बार सत्र लेट होने से अप्रैल, मई में एग्जाम होने की अशंका व्यक्त की जा रही है। जिला विद्यालय निरीक्षक रविंद्र कुमार का कहना है कि अगर जुलाई में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो जाती तो अगस्त के लास्ट में ऑनलाइन क्लास शुरू की जा सकती थी, लेकिन वर्तमान में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। इसको ध्यान में रखते हुए अभी ऑनलाइन क्लास नहीं शुरू की जा सकती। ऑनलाइन क्लास सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है।

कैसे पूरे होंगे शैक्षिक सत्र के मानक

शैक्षिक सत्र के अनुसार 180 दिन की क्लास होना अनिवार्य है। इससे स्टूडेंट्स को कोर्स पूरा करने के लिए समय मिल जाता है। इस बार कोरोना वायरस के चलते कोर्स को कम किया गया है, जिससे स्टूडेंट्स तय समय में अपनी तैयारी पूरी कर एग्जाम दे सकें। इस बार क्लास के मानकों को पूरा करते हुए एग्जाम की डेट भी बढ़ाई जा सकती है। वर्तमान हालातों को ध्यान में रखते हुए फिलहाल स्कूल कॉलेज खोलने के आदेश नहीं है। उस को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन क्लास ही संचालित की जाएंगी।

ऑनलाइन क्लास के मानकों को फॉलो किया जाएगा। प्रवेश प्रक्रिया के बाद ही क्लास संचालित की जाएंगी, जिससे स्टूडेंटस के कोर्स को एग्जाम से पहले पूरा कराया जा सके।

रविन्द्र कुमार, डीआईओएस

स्टूडेंट्स का शैक्षिक सत्र लेट होने से कोर्स पर असर पड़ सकता है। ऑनलाइन क्लास अगर समय पर पूरी नहीं की गई तो स्टूडेंट्स की तैयारी अधुरी रहेगी। वर्तमान में स्कूल खुलने की कोई संभावना नहीं है। इसका असर बच्चे की एजुकेशन पर पड़ेगा।

ॉ। सुनील उपाध्याय, संयोजक आगरा प्रोग्रेसिव टीचर्स एसोसिएशन