आगरा: इनर ¨रग रोड के सहारे बस रहे ग्रेटर आगरा का सर्वे इस माह पूरा हो जाएगा। निजी बैंक से 300 करोड़ रुपये का लोन लिया जाएगा। यह कार्य एक से दो माह में पूरा हो जाएगा। नया शहर बसाने के लिए एत्मादपुर मदरा और बुढ़ाना गांव की 612 हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण होगा।

सर्वे पर खर्च होंगे 2.70 करोड़

आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) इनर ¨रग रोड के सहारे ग्रेटर आगरा शहर बसा रहा है। स्कूल ऑफ प्ला¨नग एंड आर्किटेक्ट, नई दिल्ली को इसे बसाने का जिम्मा दिया गया है, जबकि मैन हर्ट कंपनी को सर्वे का कार्य मिला है। इस पर 2.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बुधवार को कंपनी की टीम ने पांच घंटे तक सर्वे किया। ग्रेटर आगरा का द्वार भव्य होगा। शुरुआत में 300 से 450 वर्ग मीटर तक भूखंड होंगे। हर भूखंड के सामने पार्क होगा। दूसरी लाइन में 250 से 300 वर्ग मीटर, तीसरी लाइन में 200 से 250 वर्ग मीटर, चौथी लाइन में 50 से 200 वर्ग मीटर तक भूखंड होंगे।

यह भी होंगी सुविधाएं

आधा दर्जन से अधिक पार्क होंगे, एक स्कूल, उप स्वास्थ्य केंद्र, स्पो‌र्ट्स काम्प्लेक्स, स्वी¨मग पूल, बैड¨मटन कोर्ट प्रमुख रूप से शामिल है।

450 करोड़ रुपये का है पहले से कर्ज

एडीए ने पांच साल पूर्व हुडको और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से 500 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। इसमें हुडको से 400 करोड़ और नोएडा से 100 करोड़ रुपये का कर्ज शामिल है। एडीए अब तक 50 करोड़ रुपये नोएडा विकास प्राधिकरण को लौटा चुका है।

- इस माह ग्रेटर आगरा का सर्वे पूरा हो जाएगा। यह कार्य निजी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। वहीं 300 करोड़ रुपये का लोन लिया जाएगा।

डॉ। राजेंद्र पैंसिया, उपाध्यक्ष एडीए