आगरा ( ब्यूरो) शनिवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की रैकिंग जारी कर दी गई। इसमें आगरा आठ पायदान नीचे खिसक गया। इस बार आगरा को 24 वीं रैकिंग प्राप्त हुई। प्रदेश में आगरा चौथे स्थान पर रहा है। जबकि इस बार अफसरों ने टॉप-10 में आने का दावा किया था। लेकिन टॉप-20 में भी जगह नहीं बना सके। गत वर्ष 2020 मेें शहर को 16 वां स्थान प्राप्त हुआ था। बता देें कि शहर मेें सफाई के लिए हर महीने तीन करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होते हैं। इसमें प्रमुख रुप से जिम्मेदारों की लापरवाही और लचर कार्यशैली के चलते रैंक में कमी आई है। गारबेज फ्री श्रेणी में नगर निगम प्रशासन ने फाइव स्टार का दावा किया था, लेकिन वन स्टार ही मिला है। यह पहला मौका है जब नगर निगम को वन स्टार प्राप्त हुआ है। इस बारे मेें नगर निगम एमबीएम स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अफसर वीके शुक्ला कहते हैं। इस बार रैकिंग कम प्राप्त हुई है। लेकिन हमें पहली बार स्टार मिला है।

आगरा को ये मिले अंक

इस साल स्वच्छ सर्वेक्षण का पूर्णांक छह हजार अंक का था, जिसमें आगरा को 3715.53 अंक मिले। सिटीजन फीडबैक में 1800 में से 1314, दस्तावेज संकलन में ओडीएफ प्लस-प्लस और शासनदेशों के पालन में 1800 में 700, सर्विस लेवल यानी तीन क्वार्टर में 1701 अंक मिले हैं। नगर निगम प्रशासन कूड़ा उठान में हर माह तीन करोड़ रुपए से अधिक रकम खर्च करता है, इसके बाद भी ठीक तरीके से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो रहा है।

टॉप-10 में आने का किया था दावा
देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के नतीजे जारी कर दिए गए हैं। इसमें आगरा को 24 वीं रैकिंग प्राप्त हुई है। नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया था कि 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में टॉप-10 में आने का दावा किया था। लेकिन आगरा मंडल का कोई भी शहर टॉप-20 में जगह नहीं बना सका।

प्रदेश के शहरों की यह है रैंङ्क्षकग
शहर का नाम, देश-प्रदेश में रैकिंग की स्थिति
लखनऊ, 12, एक
गाजियाबाद, 18, दो
कानपुर, 21, तीन
आगरा, 24, चार
प्रयागराज, 26, पांच

देश और प्रदेश में स्थिति पर एक नजर
गत वर्षो में प्राप्त हुई रैकिंग पर एक नजर
वर्ष प्राप्त रैकिंग
2017 263 वीं- पांच
2018 102 वीं- तीसरा
2019 86 वीं- दूसरा
2020 16 वीं-प्रथम
2021 24 वीं - चौथा


इन वजहों से नगर निगम की रैंक में आई कमी

शहर में डोर-टू-डोर सफाई व्यवस्था पूर्ण रुप से लागू नहीं हो सकी।
स्मार्ट सिटी और मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत शहर में धूल के गुबार उड़ते रहे।
जल निगम की खुदाई से शहर की सड़कों की हालत कच्चे रास्ते जैसी हो गई।
डे्रनेज व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जा सका।
शहर में अभी पिछले महीने बारिश हुई थी, जिसके चलते शहर में जलभराव की स्थिति बनी।
जन शिकायतों का समय से निस्तारण नहीं हो सका।
कोविड काल में सफाई व्यवस्था बाधित रही।
सफाई कर्मियों के जब वैक्सीनेशन किया गया, तो सफाईकर्मियों का फीवर आ गया। इसके कारण वे एक सप्ताह तक लीव पर रहे।
सैनेटाइजेशन का कार्य ठीक से नहीं हो सका।
हर दिन ठीक से झाड़ू न लगना
नालों और नालियों की ठीक से सफाई न होना
नगर निगम में कूड़ा उठान में फैला भ्रष्टाचार
कूड़ा जलने की घटनाओं पर अंकुश न लगाना
सिल्ट का ठीक से उठान न करना
सफाई की ठीक से मानीटङ्क्षरग न करना
अफसरों द्वारा औचक निरीक्षण न करना
पर्यावरण अभियंता को चार्ज न देना
हर वार्ड में सफाई कर्मचारियों की कमी होना
जोनल व्यवस्था लागू करने के बाद ठीक से काम न होना
सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग प्रासेस न करना

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन ठीक से न होने के कारण इस साल स्वच्छ सर्वेक्षण में आगरा की रैंक कम हुई है। सर्वेक्षण-2022 में रैंक को बेहतर करने पर फोकस किया जा रहा है।
निखिल टीकाराम, नगरायुक्त

कूड़ा उठान सहित अन्य में कुछ लापवाही बरती गई। बैठकों में इस बात पर चर्चा भी की गई। इसी के चलते देश में आगरा 24वें नंबर पर रहा।
नवीन जैन, मेयर

'नगर निगम में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन ठीक से नहीं हो रहा है। पर्यावरण अभियंता को सफाई व्यवस्था का चार्ज मिलना चाहिए। यह अन्य को दिया गया है। सदन में इस मुद्दे को उठाया जा चुका है,।
रवि माथुर, पार्षद पीपलमंडी

'स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में आगरा की रैंक में गिरावट आई है। कई माह से ठीक से सफाई नहीं हुई है। खासकर डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन प्रभावित है। '
धर्मवीर ङ्क्षसह, पार्षद ङ्क्षरग रोड

'सफाई कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण ठीक से सफाई नहीं हो रही है। इसी के चलते आगरा की रैंक में कमी हुई है.,
बंटी माहौर, पार्षद राजनगर

'सफाई व्यवस्था को और बेहतर किया जा सकता था, लेकिन हर वार्ड में कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं की गई.,
राहुल चौधरी, पार्षद आजमपाड़ा

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में टॉपटेन शहरों की स्थिति पर एक नजर

शहर का नाम रैकिंग
इंदौर 1
सूरत 2
विजयवाड़ा 3
नवीं मुम्बई 4
पुणे 5
रायपुर 6
भोपाल 7
बड़ोदरा 8
विशाखापट्नम 9
अहमदाबाद 10
राजकोट 11
लखनऊ 12
ग्रेटर हैदराबाद 13
ठाणे 14
ग्वालियर 15
चड़ीगढ़ 16
नासिक 17
गाजियाबाद 18
पिपंरी चिंचवाढ़ 19
जबलपुर 20