- यूपी बोर्ड की कॉपियां पांच केंद्रों पर की जा रहीं चेक

- मंडे से शुरू हुआ मूल्यांकन, 10 दिन में करना है पूरा

आगरा। यूपी बोर्ड एग्जाम के मूल्यांकन में भी कोरोनावायरस की दहशत साफ देखी जा सकती है। मंडे को 50 फीसदी भी शिक्षक मूल्यांकन करने नहीं पहुंचे, तो कुछ शिक्षक ड्यूटी को लेकर असमंजस में रहे। दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट ने जब मूल्यांकन केंद्रों पर रियलटी चेक किया, तो चौंकाने वाली स्थिति सामने आई। सेंटर्स पर कॉपियां (आंसरशीट) चेक करने के लिए प्रिंसिपल शिक्षकों का इंतजार करते दिखे। बता दें, बोर्ड कॉपियों को चेक करने के लिए 10 दिन का समय निर्धारित किया गया है।

300 में से 120 ही पहुंचे

कॉपियां चेक कराने के लिए पांच केंद्र बनाए गए हैं। सुबह 10 बजे से मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ। दोपहर करीब डेढ़ बजे दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट टीम आरबीएस इंटर कॉलेज पहुंची। मुख्य गेट के बाहर सुरक्षाकर्मी बैठे थे। केन्द्र में प्रवेश करने वालों से कोई पूछताछ नहीं की जा रही थी। परिसर में बने क्लास रूम्स में कॉपियों को सील पैककर रखा गया था। यहां से मूल्यांकन को पहुंचने वाले टीचर्स सब्जेक्ट के अनुसार कॉपियां इश्यू कराते हैं। पहले दिन 300 से अधिक टीचर्स को केन्द्र पर कॉपियों का मूल्यांकन करना था, लेकिन 120 टीचर्स ही पहुंचे।

बंडल में बंधी रहीं कॉपियां

वहीं, राजकीय इंटर कॉलेज में मूल्यांक न के लिए 400 से अधिक टीचर्स पहुंचने थे, लेकिन 100 के आसपास ही पहुंचे। इससे अधिकतर कॉपियां बंडलों में ही बंधी रहीं। टीचर्स की प्रस्तावित संख्या को ध्यान में रखते हुए केन्द्र व्यवस्थापक ने पहले से ही कॉपियों को सब्जेक्ट के अनुसार चयन कर अलग कर दिया था। टीचर्स नहीं पहुंचने पर उनको वापस सेट कर रखा गया।

केन्द्रों पर कोरोनावायरस की दहशत

मूल्यांकन में शिक्षकों की उपस्थिति के पीछे कोरोनावायरस की दहशत भी है। रविवार को माध्यमिक शिक्षक संघ पांडेय गुट के प्रदेश सचिव डॉ। भोजकुमार शर्मा ने टीचर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मूल्यांकन का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। लेकिन इसके बाद भी मूल्यांकन शुरू करा दिया। इसको लेकर मूल्यांकन को पहुंचने वाले टीचर्स में असमंजस की स्थिति रही।

मूल्याकंन को बने केन्द्र

राजकीय इंटर कॉलेज

आरबीएस इंटर कॉलेज

फतेहचंद इंटर कॉलेज

बैप्टिस्ट हायर सेकेंड्री

नगर निगग इंटर कॉलेज

मूल्यांकन के पहले दिन कुछ आए, कुछ टीचर्स की ड्यूटी जनगणना में लगाई गई थी, जिससे उन्हें कॉलेज से रिलीविंग लेटर लाने के लिए कहा गया है। सोमवार को पचास फीसदी टीचर्स भी नहीं पहुंचे हैं। जो आए थे वह कोरोनावायरस को लेकर दहशत में नजर आए। 389 टीचर्स में से 120 ही आए हैं, उनके द्वारा करीब 750 कॉपियों को चेक किया गया है।

डॉ। यतेन्द्र पाल सिंह, प्रिंसिपल आरबीएस