-मोहर्रम को लेकर डीएम-एसएसपी ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से वार्ता

-नहीं निकलेंगे मुहर्रम पर जुलूस, इमामबाडों पर नहीं जुटेगी भीड़

आगरा: इस बार कोरोनावायरस के अटैक के चलते आगरा में ऐतिहासिक फूलों का ताजिया नहीं रखा जाएगा और न ही मुहर्रम पर कोई जुलूस निकलेगा। मुहर्रम के मद्देनजर शनिवार को सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में डीएम प्रभु एन सिंह ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बैठक की और जानकारी दी कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। ऐसे में भीड़भाड़ घातक साबित हो सकती है।

मुस्लिम समुदाय के लोग रहे मौजूद

बैठक में मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे। डीएम ने सभी लोगों को कोरोनावायरस के प्रकोप की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी। जिसपर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आश्वासन दिया कि इस बार ताजियों को नहीं रखा जाएगा। ऐतिहासिक फूलों के ताजिए के चौधरी हाजी सरफराज खान ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए ऐजिहासिक ताजिए को न ही रखा जाएगा और न ही इमामबाड़ों में जुलूस निकाले जाएंगे। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मांग की कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में सड़क, सफाई, सीवर और लाईट की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की। एसएसपी बबलू कुमार ने सभी लोगों ने लॉ एंड आर्डर बनाए रखने की अपील की। बैठक में चौधरी जुबैर, मुख्तार खान, मोहम्मद जमील, एमए काजमी आदि मौजूद थे।