आगरा(ब्यूरो)। साइबर क्रिमिनल्स सोशल मीडिया साइट्स के जरिए से लोगों को कमाई का झांसा दे रहे हैं। उनके पास एक लिंक भेजा जा रहा है। इसके बाद रकम उनके खातों से निकाल रहे हैं। लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए साइबर क्रिमिनल्स शुरुआत में लोगों के खाते में रकम भी डालते हैं। जिला साइबर सेल में इस तरह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

इतने लोग हो चुके हैं ठगी का शिकार
इस साल अब तक करीब 522 लोग साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं। इनमें से दो दर्जन से अधिक लोगों की रकम साइबर सेल के प्रयास से वापस हो चुकी है। वहीं करोड़ों रुपए बैंक खातों में फ्रिज कराए गए हैं।
लोगों को शहर और देहात में अवेयर भी किया जा रहा है, इसके बाद भी लोग ठगों का शिकार बन रहे हैं।

छुट्टी के दिन अधिक ठगी की संभावना
साइबर एक्सपर्ट पुनीत गुनानी के अनुसार साइबर क्रिमिनल्स छुट्टी के दिनों में या फिर देर-शाम के बाद लोगों को अधिक शिकार बनाते हैं। क्योंकि इन दौरान पीडि़त व्यक्ति बैंकों में कंप्लेन नहीं कर सकता है। फ्रॉड का शिकार हुए लोग अपनी कंप्लेन जारी किए गए 1930 नंबर पर कॉल करके दर्ज करा सकते हैं।

ठगी का ये तरीका अपना रहे फ्रॉड
कॉल के जरिए साइबर क्रिमिनल्स लोगों को झांसा देकर उनके खाते में कुछ रकम ट्रांसफर कर देते हैं। जब लोग कुछ रकम लगा देते हैं तो जालसाज बताई गई रकम वापस कर देते हैं। बाद में अधिक रकम लगवाते हैं। लालच में फंसे लोग अधिक रुपए लगा बैठते हैं। बाद में लक्ष्य पूरा न होने का हवाला देकर रकम रोक लेते हैं। इसके बाद बैंक खाते की डिटेल ले लेते हैं और खाते में सेंध लगाकर रुपए निकाल लेते हैं।

सोशल मीडिया पर इन बातों का रखें ध्यान

ऑफर्स बना सकते हैं शिकार
सोशल मीडिया पर ये जानना बहुत आवश्यक है कि कोई क्लोन तो नहीं है। इसलिए पूरी तरह जांच करनेे के बाद भी संपर्क करें। सोशल साइट्स पर किसी भी तरह की बुकिंग कराने सेे बचें, वस्तु आने पर डिलीवर ब्वॉय के सामने खोलकर देख लें उसके बाद ही पेमेंट करें।

ये भी है ठगी का तरीका
साइबर सेल प्रभारी सुल्तान सिंह ने बताया कि एआई वॉइस कॉलिंग एप के जरिए भी जालसाज लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इस एप के जरिए जालसाज आपके जानने वालों की हूबहू आवाज में बात करते हैं।


लोग साइबर क्रिमिनल्स के लालच मेें आकर ठगी का शिकार बन रहे हैं। साइबर फ्रॉड लोगों के मोबाइल फोन में मैसेज सेंड कर रहे हैं, मैसेज में कंपनी रिव्यू का झांसा देकर उनको लिंक भेजा जा रहा है, इसके बाद लोगों के खाते से रुपए निकल रहे हैं। साइबर सेल मेें मामले आने पर लोगों से अलर्ट रहने की अपील की गई है।
सुल्तान सिंह, प्रभारी जिला साइबर सेल


एक नजर आंकड़ों पर
साइबर फ्रॉडस के मामले, 2023
522
साइबर फ्रॉड्स के मामलेे, 2022
478
-ऑनलाइल ठगी के मामले
386

केस1 29 नवंबर
लिंक क्लिक किया, निकल गए रुपए
सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा था। इसमें शातिर साइबर फ्रॉड घर बैठे कंपनी के प्रोडेक्टर पर रिव्यू के बदले रुपए भेज रहे थे, इसके बाद पसर्नल नंबर शेयर करने पर एक लिंक भेजा गया और क्लिक करने पर खाते से रुपए निकल गए।


केस2, 25 नवंबर
रजिस्ट्रेशन के नाम पर फ्रॉड
जॉब का झांसा देकर खाते से रजिस्टेशन के नाम पर रुपए निकाल लिए, पीडि़त ने सोशल मीडिया वायरल लिंक को क्लिक कर जानकारी हासिल की, जिसमें 500 रुपए फाइल चार्ज के नाम पर मांगे गए, रुपए सेंड करने के बाद जिस नंबर से फोन आया वो बंद हो गया। पीडि़त ने शिकायत करने का मन बनाया है।