आगरा(ब्यूरो)। आरोपियों ने अपहरण के बाद पचास लाख रुपए की फिरौती की मांग की थी। महिला किसी तरह पुलिस के चंगुल से छूट गई और पुलिस को पूरी बात बताई थी।

आरोपी ने बेटी से बढ़ा ली थीं नजदीकियां
महिला पूर्व में सिकंदरा के रुनकता क्षेत्र में रहती थी। पकड़े गए आरोपी संजीव चौधरी का मकान भी पास ही में था। संजीव की महिला के परिवारवालों से जान पहचान थी। महिला का ई-रिक्शा का काम करने के लिए उनके घर काम करता था। इसी बीच उसके पति की मौत हो गई और पति के स्थान पर उसे नौकरी मिल गई। पुलिस ने बताया कि महिला के घर संजीव का आना-जाना था। महिला की बेटी से आरोपी संजीव ने नजदीकियां बढ़ा ली थीं। जानकारी होने पर महिला ने अपना घर बदल लिया था। पुलिस ने अपहरण के आरोप में साहिल, मयंक गुप्ता और संजीव चौधरी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने 20 मार्च को महिला का अपहरण किया था।

चार थाना क्षेत्रों में घूमे आरोपी
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी महिला को अपनी कार में अपहरण कर कई थाना क्षेत्रों में घूमते रहे। जिसमें आरोपी अपनी कार से थाना न्यू आगरा, कमला नगर, सिकंदरा और एत्माद्दौला क्षेत्र मेें घूमते रहे। इस बीच कई बैरियर और चौराहे पर पुलिस मिली, लेकिन किसी ने गाड़ी को चेक नहीं किया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि महिला को छु़पाने के लिए उनके पास कोई स्थान नहीं था, जिसको लेकर वे पांच घंटे तक शहर में घूमते रहे।

छूटने के बाद भी मांगते रहे फिरौती
महिला की तबीयत खराब होने लगी और उसने पानी मांगा और आरोपियों ने पेट्रोल भराने के लिए गाड़ी रोकी, तभी चकमा देकर महिला आरोपियों के चंगुल से छूटकर भाग गई और शोर मचा दिया। आसपास आवाज सुनकर आरोपी अपनी गाड़ी भगा ले गए, लेकिन महिला का मोबाइल फोन उनके पास ही रह गया। थाना प्रभारी राजकुमार ने बताया कि आरोपियों की पकड़ से छूटने के बाद भी महिला के मोबाइल से वॉट्सएप कॉल पर फिरौती की रकम मांग रहे थे। लगातार कॉल करते रहे और न देने पर छोटी बेटी को उठाने की धमकी दे रहे थे।


मुठभेड़ में साहिल घायल हो गया है। उसके दो साथियों को भी अरेस्ट किया गया है। घायल को एसएल इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। एक सूचना पर पुलिस ने आरोपियों की घेराबंदी की थी।
विकास कुमार, डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस