आगरा(ब्यूरो)। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ये कौन से प्रोजेक्ट हैं, जिनका पूर्व प्रेसीडेंट केके पालीवाल की ओर से जिक्र किया गया। उनके बाद संवाद कार्यक्रम में मंच से संबोधन करने आए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक इस पर कार्यक्रम में मौजूद कारोबारियों के सामने इन मुद्दों से बचते आए। जब मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल पूछे तो वह कोई ठोस आश्वासन नहीं दे सके।

3 विभागों से एनओसी का इंतजार

ताजमहल के डाउन स्ट्रीम में नगला पैमा में रबर चेकडैम के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। 414 करोड़ की लागत से बनाए जाने वाले डैम के लिए अब केवल तीन एनओसी बाकी रह गई हैं। पिछले दिनों पूर्व राज्य मंत्री व छावनी से विधायक जीएस धर्मेश ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करके डैम के कार्य को प्रगति देने की मांग की थी। इसके बाद तीन विभागों ने एनओसी दे दी है। कुल छह विभागों से चेकडैम के लिए एनओसी ली जानी हैं। यमुना नदी पर ताजमहल से डेढ़ किलोमीटर डाउन में रबर चेक डैम बनना है।

यहां से मिली एनओसी
- इनलैंड वॉटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया
- केंद्रीय जल आयोग
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण

इनसे एनओसी मिलने का इंतजार
- टीटीजेड आगरा
- वन एवं पर्यावरण मंत्रालय लखनऊ
- राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन


3.5 लाख क्यूसिक पानी रोका जा सकेगा
414 करोड़ से बनकर होगा तैयार



शिफ्टिंग की मिली मंजूरी, बाउंड्रीवॉल भी नहीं हुई पूरी
आगरा के धनौली के पास सिविल एंक्लेव का निर्माण प्रस्तावि है। खेरिया के सिविल एन्क्लेव में एयरफोर्स की बंदिशों के कारण पर्यटकों, यात्रियों को आवाजाही में परेशानी होती है। बंगलुरु, मुंबई, भोपाल आदि शहरों की उड़ान के लिए यात्रियों को अर्जुन नगर गेट से बस में बैठकर आना और जाना पड़ता है, जबकि धनौली में प्रस्तावित एन्क्लेव में वह अन्य हवाई अड्डों की तरह सीधे टैक्सी या कार से पहुंच सकेंगे। सिविल एन्क्लेव बनने से आगरा में फ्लाइट चलाने वाली एयरलाइंस कंपनियों की दुविधा खत्म हो जाएगी। वहीं घरेलू उड़ानों के साथ ताज देखने आने वाले पर्यटकों के चार्टर प्लेन की संख्या भी कई गुना बढ़ सकती है। अभी तक धनौली में सिविल एन्क्लेव की बाउंड्रीवॉल का निर्माण भी पूरा नहीं हो सका है। हाल ही में कोर्ट से सिविल एंक्लेव की शिफ्टिंग को मंजूरी मिली है।

सिविल एन्क्लेव प्रोजेक्ट पर नजर
- 400 करोड़ से बनकर तैयार होना है सिविल एन्क्लेव
- 33400 स्क्वायर मीटर एरिया में बनेगा सिविल टर्मिनल का भवन
- 16700 स्क्वायर मीटर का बेसमेंट बनना था
- 750 पैसेंजर्स की होगी क्षमता
- 500 डोमेस्टिक एयरलाइंस के पैसेंजर्स
- 250 इंटरनेशनल एयरलाइंस के पैसेंजर्स
- 375 कारों के लिए पार्किंग बनाने का भी प्रस्ताव

कब-कब क्या हुआ
साल 2012 में बसपा सरकार ने सिविल एन्क्लेव का प्रस्ताव तैयार किया
साल 2014 में सपा सरकार ने जमीन अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव बनाया
साल 2015 में फिरोजाबाद, फिर सैफई में एयरपोर्ट ले जाने की कवायद हुई
साल 2016 में सिविल एन्क्लेव के प्रस्ताव पर जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई
साल 2018 में धनौली में जमीन अधिग्रहण के बाद बाउंड्री का निर्माण शुरू
साल 2019 में हवाई यातायात बढ़ाने पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई
साल 2022 में एयरपोर्ट अथारिटी ने एन्क्लेव की योजना को ड्रॉप किया

10 वर्षों में घट गई हरियाली
टीटीजेड एरिया में वन क्षेत्र 33 प्रतिशत होना चाहिए। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के अनुसार साल 2011 में आगरा में हरियाली 6.84 फीसदी थी जो 2021 की रिपोर्ट में गिरकर 6.5 फीसदी रह गई। 10 वर्ष में 0.34 फीसदी वन क्षेत्र घटा है। ताज ट्रिपेजियम जोन में शामिल आगरा में 2019 से 2021 के बीच तीन साल में 1.11 करोड़ पौधे लगाने का दावा किया गया। लेकिन जब फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट जारी हुई तो इसमें आगरा का वन क्षेत्र एक मीटर भी नहीं बढ़ा। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में आगरा का वन क्षेत्र 262.62 वर्ग किमी था। 2021 में भी इतना ही है। जीपीएस और आधुनिक सेटेलाइट इमेज के आधार पर किए गए सर्वे में पूरे ताज ट्रिपेजियम जोन में वन क्षेत्र नहीं बढ़ा, केवल झाडिय़ों की संख्या में 0.52 फीसदी का इजाफा हुआ है।

गत वर्षों हुआ पौधरोपण
2019 28.00 लाख
2020 37.50 लाख
2021 45.74 लाख
कुल 111.24 लाख


यमुना पर डैम का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए। इसकी पिछले काफी समय से मांग की जा रही है। इसको लेकर सरकार को ध्यान देना चाहिए। विभागों को आपसी तालमेल बैठाकर अड़चनों को दूर करना चाहिए।
देवाशीष भट्टाचार्य, पर्यावरणविद्