डाली गई थी सीवर लाइन
कॉलोनी के लोग जब सुबह नींद में थे तभी मंगलवार सुबह करीब पांच बजे एक तेज धमाके की आवाज आई। आननफानन में लोग घरों से बाहर निकल आए। सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया था। ईंटों से लदा ट्रक उसमें समाया हुआ था। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि ये पहली बार नहीं है जब यहां सड़क धंसी हो। करीब एक वर्ष पहले क्षेत्र में सीवर लाइन डालने के लिए सड़क खुदाई की गई थी। सीवर लाइन डालने के बाद करीब 9 महीने पहले सड़क का निर्माण कराया गया।

पहले भी कई बार हुए गड्ढे
सड़क निर्माण के बाद ही अब तक कई जगह से सड़क धंस चुकी है। नौ महीने में अब तक छह बार सड़क धंसने की घटनाएं सामने आ चुकी है। दिन में तो लोगों को गड्ढा दिख जाता है। लेकिन रात में कई बार राहगीर हादसे का शिकार हो जाते हैं। जब भी सड़क धंसती है संबंधित विभाग की ओर से गड्ढे को भरकर पैचिंग वर्क करा दिया जाता है। कोई ठोस समाधान नहीं किया जाता है।

क्षेत्रीय लोगों ने किया कवर्ड
आवास विकास सेक्टर-8 सेंट्रल जेल रोड पर करीब 900 मीटर सड़क में से 100 मीटर का रास्ता पूरी तरह से धंस चुका है। कई जगह गड्ढे हो रख हैं। ट्रक के धंसने से पहले छोटा गड्ढा था, लेकिन ट्रक के गुजरने के साथ ही यहां सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया। इसके अलावा भी सड़क पर कई जगह गड्ढे हो रखे हैं। गड्ढों की चपेट में राहगीर न आएं इसके लिए क्षेत्रीय लोगों ने गड््ढों को अपने स्तर से कवर्ड किया है।

सीवर लाइन डाली गई थी। इसके बाद सड़क का निर्माण कराया गया। अभी करीब नौ महीने का समय हुआ है। अब तक पांच से छह बार सड़क धंस चुकी है। हर बार विभाग की ओर से सिर्फ पैचिंग वर्क करा दिया जाता है। 900 मीटर की सड़क पूरी तरह से खोखली है।
राजू

जब ट्रक धंसा तो तेज धमाके की आवाज आई। ट्रक के कई पहिये फट गए थे। गनीमत रही कि बड़ा हादसा नहीं हुआ। सड़क पर कई फुट गहरा गड्ढा हो गया है। यहां स्कूली वाहन के साथ राहगीर भी निकलते हैं। ऐसे में बड़ा हादसा हो सकता था।
शोभाराम

सीवर लाइन के लिए काफी गहरी खोदाई की गई थी। इसके बाद मिट्टी में न तो पानी डाला गया और न ही रोलर चलाया गया है। इसके चलते बार-बार सड़क धंस रही है। 900 मीटर सड़क का पूरा टुक ड़ा खोखला है। जगह-जगह धंस गया है।
राकेश कुमार सारस्वत