आगरा.(ब्यूरो) भारत सरकार द्वारा टूरिस्ट वीजा और इंटरनेशनल फ्लाइट की पहले की तरह बहाली के बाद कोरोना के कारण मंदी की मार से जूझ रही टूरिज्म इंडस्ट्री को नई उम्मीदें जागी थीं। माहौल भी बनने लगा था। टूरिस्ट्स एजेंसियों ने क्वैरी भी करना शुरु कर दिया था। होटल व रेस्टोरेंट संचालकों ने रेनोवेशन कराना भी शुरु कर दिया था। लेकिन जब तक अच्छे दिन आते उससे पहले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक देकर फिर ताजनगरी की टूरिज्म इंडस्ट्री के अरमानों पर पानी फेर दिया है। अब दोबारा से टूरिज्म पर कोरोना वायरस के काले बादल मंडराने लगे हैैं।

कैंसिल होने लगी बुकिंग्स
ओमिक्रॉन के केस मिलने के बाद पूरी दुनियां में असमंजस की स्थिति हो गई हैैं। कॉर्पोरेट वल्र्ड से लेकर दुनियांभर की सरकारें ओमिक्रॉन के प्रभाव को रोकने के लिए अलग-अलग कदम उठा रहे हैैं। भारत सरकार ने भी इसको लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी हैैं। इसका सीधा असर टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ा है। बुकिंग्स अब धड़ाधड़ कैंसिल हो रही हैैं। टूरिज्म डेवलेपमेंट फाउंडेशन के प्रेसिडेंट संदीप अरोरा बताते हैैं कि स्थितियां सामान्य होने लगी थीं। इससे लगातार टूर बुक होने के लिए विदेशों से क्वैरी आने लगी थीं। जनवरी और फरवरी के लिए बुकिंग्स भी होने लगी थीं। लेकिन ओमिक्रॉन के आने के बाद बुकिंग कैंसिल होने लगी हैैं।

वापस जाने लगे टूरिस्ट्स
ओमिक्रॉन के आने के बाद दुनियांभर में सरकारें पल-पल पर अपनी गाइडलाइन में बदलाव कर रही हैैं। ऐसे में उन लोगों को परेशानी हो रही है, जो इस वक्त ट्रैवल कर रहे हैैं। संदीप अरोरा बताते हैैं कि रविवार को एक इजरायली टूर ऑपरेटर दस दिन के लिए अपना टूर बनाकर आगरा आया था। वह इस दौरान भविष्य में अपने कस्टमर्स के लिए टूर प्लान करने के लिए आया था। लेकिन इजरायल की सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर दी, जिसके तहत उसे पांच दिन क्वारंटीन में रहना पड़ता। इसलिए वो तुरंत ही अपना टूर कैंसिल करके वापस सोमवार को ही इजरायल चला गया।

टूरिज्म होगा नुकसान
आगरा में ताजमहल को देखने के लिए दुनियांभर से लोग आते हैैं। बीते दो साल से विदेशी टूरिस्ट्स का आना पूरी तरह से बंद है। इस कारण अभी भी ज्यादातर होटल व रेस्टोरेंट बंद पड़े थे। लेकिन माहौल ठीक होने पर कारोबारी दोबारा से होटल और रेस्टोरेंट शुरू कर रहे थे। वे रेनोवेशन का काम करा रहे थे। लेकिन अब स्थितियां गड़बड़ होने पर उन्होंंने काम बंद कर दिया है। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राकेश चौहान बताते हैैं कि पहले से स्थिति खराब थी। अब दोबारा उसी स्थिति में टूरिज्म इंडस्ट्री जा रही है। जो लोग होटलों को शुरू करने के बारे में सोच रहे थे या काम करा रहे थे। अब उन्होंने स्थिति को देखते हुए प्लान पोस्टपोन कर दिया है।

विदेशी टूरिस्ट्स से ज्यादा रेवेन्यू
राकेश चौहान बताते हैैं कि आगरा में कुल टूरिज्म का 60 परसेंट रेवेन्यू विदेशी टूरिस्ट्स के आने से आता है। जो अब तक रुका हुआ था। टूरिस्ट्स वेलफेयर के प्रेसिडेंट प्रहलाद अग्रवाल बताते हैैं कि विदेशी टूरिस्ट्स जब आगरा आते हैैं तो वे यहां रुकते हैैं। यहां के हैैंडीक्राफ्ट को खरीदते हैैं। इस कारण यहां पर विदेशी टूरिस्ट्स से ज्यादा रेवेन्यू आता है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के आने के बाद टूरिज्म पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।

लाखों लोगों को मिलता है रोजगार

ताजमहल से आगरा के लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। टूरिज्म और हैंडीक्राफ्ट उद्योग आगरा के प्रमुख उद्योगों में शुमार हैं। दोनों पर करीब पांच लाख लोग आश्रित हैं। दोनों उद्योग यहां आने वाले टूरिस्ट्स पर निर्भर करते हैं। कोरोना काल में टूरिज्म और हैंडीक्राफ्ट उद्योग सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। बीते साल 188 दिन ताज बंद रहने और इस साल 60 दिनों तक ताजमहल बंद होने से टूरिज्म व्यवसाय को 500 करोड़ से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है।

फैक्ट फाइल
-05 हजार करोड़ रुपए का है टूरिज्म का वाॢषक कारोबार
-500 छोटे-बड़े होटल हैं आगरा में
-100 से अधिक पेइंग गेस्ट हाउस हैं आगरा में
-500 से अधिक रेस्टोरेंट हैं
-1500 करोड़ रुपए का हैं वाॢषक हैंडीक्राफ्ट कारोबार
-500 एंपोरियम, शोरूम व दुकानें हैं
-05 लाख लोगों को मिलता है टूरिज्म कारोबार से रोजगार


कोरोना के नए वेरिएंट आने से पटरी पर वापस लौट रहे टूरिज्म पर असर पड़ेगा। अभी से इसका असर दिखने लगा है। -प्रहलाद अग्रवाल, प्रेसिडेंट, टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन

ओमिक्रॉन के आने के बाद सभी देश अपनी-अपनी ट्रैवल एडवायजरी में बदलाव कर रहे हैैं। ऐसे में बुकिंग्स कैंसिल होने लगी हैैं।
संदीप अरोरा, प्रेसिडेंट, टूरिज्म डेवलपमेंट फाउंडेशन

टूरिज्म इंडस्ट्री की हालत पहले से ही काफी खराब हो गई थी। स्थिति सामान्य होने लगी थी। अब दोबारा से नया वेरिएंट आने से स्थिति बिगड़ रही है।
राकेश चौहान, प्रेसिडेंट, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन