आगरा: डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में मुय परीक्षाओं गुणवत्ता बनाए राने को लेकर कुलपति के निर्देश पर सचल दल को अलर्ट किया गया है। गुरुवार को सचलदल ने तीन महाविद्यालयों नकल की पुष्टि की है, इस संबंध में कुलपति को रिपोर्ट ोजी गई है, उन्होंने ऐसे महाविद्यालयों को डिबार करने का फैसला लिया है, जो नकल में लिप्त पाए गए हैं। उनकी पुन: परीक्षा कराने का ाी निर्णय लिया गया है।

कुलपति का कड़ा फैसला

यूनिवर्सिटी कुलपति प्रो। आलोक कुमार राय ने नकल करवाने वाले और परीक्षा में अव्यवस्था फैलाने वाले महाविद्यालयों के खिलाफ कड़ा फैसला लिया है। उन्होंने कृष्णा कॉलेज बमरौली कटारा, बौहरे नारायण सिंह आर्य महाविद्यालय गढ़ी खांडा बलदेव (मथुरा) और ममता डिग्री कॉलेज, सादाबाद रोड जलेसर, एटा से संबंध स्टूडेंटस के परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे। इन सभी परीक्षा केंद्रों पर आी स्टूडेंट्स को केवल एक परीक्षा और देनी होगी।

व्यवस्थाओं को बनाया गया पारदर्शी

कुलपति ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं और कैसे व्यवस्थाओं को और अधिक पारदर्शी बनाया जा रहा है। वार्ता में कुलपति ने यूनिवर्सिटी द्वारा मुय परीक्षाओं के संचालन के संबंध में लिए गए प्रमुख निर्णयों की जानकारी दी।

एक ाी छात्र नहीं हो परीक्षा से वंचित

अगली परीक्षा में इन सभी स्टूडेंटस को यूनिवर्सिटी के सचल दस्तों और कर्मचारियों द्वारा यह अवगत कराया जाएगा कि उनकी अगली परीक्षा किस महाविद्यालय में होगी। ऐसा निर्णय छात्र हित में लिया गया है, जिससे सभी स्टूडेंटस इस निर्णय की जानकारी मिल सकेगी। एक भी छात्र अगली परीक्षा से वंचित न रह जाए।

यूएफएम कमेटी से ाी होंगे डिबार

कुलपति प्रो। आलोक राय ने न केवल इन तीन महाविद्यालयों के परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे, वहीं इन महाविद्यालयों के प्रकरणों पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए इन्हें यूएफएम अनफेयर मीन्स कमेटी से ाी डिबार कराया जाएगा। जिससे ाविष्य में दूसरे महाविद्यालयों को ाी सबक मिल सके ।

सचलदन ने फें के पैसे जमा कराए

इसके अतिरिक्त भी जिन परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्थाएं संज्ञान में आ रही हैं, उन पर भी यूनिवर्सिटी अपनी पूरी निगरानी रखे हुए हैं। नियंत्रण कक्ष से समन्वय बनाकर आवश्यकतानुसार वहां सचल दल भेजे जा रहे हैं। जहां पैसा फेंके जाने की शिकायत प्राप्त हुई है, ऐसे महाविद्यालयों के ािलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएंगी। कुलपति प्रो। राय ने कहा कि संभवत: किसी यूनिवर्सिटी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सचल दल ने कॉलेज द्वारा जबरदस्ती फेंके गए पैसे यूनिवर्सिटी में जमा कराए हों।

परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए सचलदल को अलर्ट किया गया है, ऐसा पहली बार हुआ है कि सचलदल पर फेंके गए रुपयों को यूनिवर्सिटी में जमा कराया गया है। ऐसे महाविद्यालयों को चिन्हित किया गया है, जिन पर डिबार के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्रो। अलोक राय, कुलपति