पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शवों को हुआ अंतिम संस्कार

कागारौल: वाल्मीक बस्ती मंगलवार रात मकान की छत गिरने से हादसे में मृत तीनों बच्चों के शव बुधवार सुबह लगभग 9 बजे घर पहुंचे ही परिवार में कोहराम मच गया। मौजूद लोगों की आंखे नम हो गई। शवों को कुछ देर बाद शमशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी वहां मौजूद रहे।

आपदा राहत कोष से मिलेगी मदद

उपजिलाधिकारी संगीता राघव ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आपदा राहत कोष से दिलवाने का आश्वासन दिया है। बता दें कि मंगलवार की रात हाकिम वाल्मीक के घर की छत गिरने से उसी घर के नौ लोग दब गए थे। पुलिस बल ने ग्रामीणों की मदद से सभी नौ लोगों को बाहर निकाल कर इलाज के लिए आगरा भिजवा दिया था। इलाज के दौरान मयंक(5) प्राची (3) रोशनी (8) ने दम तोड़ दिया था। दो चचेरी बहनों सहित 4 बहनों में मयंक अकेला भाई था। पुलिस ने मंगलवार रात में तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। बुधवार सुबह तीनों शव घर पहुंचे पहुंचते ही मुहल्ले में चीख पुकार मच गई। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था, मयंक के पिता राजेश कभी परिजनों तो कभी पुलिस के गले लग लग कर रो रहे थे। तीनों शवो को एम्बुलेंस से उतार कर 10 मिनट के लिए घर ले जाया गया। इसके बाद शवों को घर के अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट ले जाया गया, जहां तीनों के शवों को दफन कर दिया गया। अंतिम संस्कार के दौरान थानाध्यक्ष कागारौल नीरज मिश्रा मौजूद रहे।

जेसीबी से खुदवाया गड्ढा

तीनों मासूम के अंतिम संस्कार के लिए शमशान में पहले फावड़े से गड्ढा खोदा जा रहा था। जब दो घंटे बाद भी गड्ढे नहीं खोदे जा सके तो थानाध्यक्ष नीरज मिश्रा ने कस्बे से ही जेसीबी मंगवा ली। इसके बाद गड्ढे खोदकर तीनों के शवों को उसमें दफनाया गया। इस दौरान एडीएम योगेश कुमार, एसडीएम खेरागढ़ संगीता राघव, नायब तहसीलदार सारा अशरफ मौजूद रहे।

विधायक ने जाना हालचाल

खेरागढ़ विधायक महेश गोयल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष मेघराज सोलंकी, कागारौल के प्रधान चौधरी बच्चू सिंह और समाजसेवी राहुल बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने वहां मौजूद परिजनों से कहा कि वे प्रशासन से आर्थिक सहायता को बढ़वाने और 24 घंटे में सहायता राशि दिए जाने की भी बात करेंगे। वहीं हादसे में घायल दिव्यांश और खुशी को जिला अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है।