-ओपीडी में आधे से ज्यादा मरीजों को वायरल बुखार की समस्या

-कोरोना जैसे सिंपटम्स से कन्फ्यूज हो रहे मरीज

आगरा। कोविड-19 के प्रकोप के बीच वायरल फीवर ने भी अपने पैर जमाने शुरू कर दिए हैं। सामान्य बुखार भी तेजी से लोगों को जकड़ रहा है। वायरल फीवर में लक्षण लोगों को कन्फ्यूज भी कर रहे हैं। सर्दी-खांसी, बुखार को लोग कोरोना मानकर वहम पाल रहे हैं। जांच में कोरोना निगेटिव आने पर इसका खुलासा हो रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि अधिकतर वायरल फ्लू के समान लक्षण होते हैं। मौसमी बदलाव की वजह से भी लोग फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। जिसकी वजह से खांसी-बुखार हो रहा है।

ओपीडी में बढ़ रहे मरीज

जिले में वायरल फीवर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में वायरल फीवर के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं। सोमवार को भी लगभग 30 परसेंट मरीजों को सर्दी-जुकाम-बुखार व वायरल की समस्या थी। कोरोना जांच में निगेटिव आने वाले सिंप्टोमैटिक पेशेंट्स में बुखार की वजह वायरल बन रहा है। एसएन के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ। प्रभात अग्रवाल बताते हैं कि इन दिनों ओपीडी में बुखार वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि लक्षणों के आधार पर कोरोना जांच करवाई जाती है लेकिन जांच में निगेटिव आने पर पता चलाता है कि नार्मल फ्लू है। ऐसे में अगर किसी को बुखार या खांसी या अन्य दिक्कत हो रही है तो डरने की जरूरत नहीं हैं। ये सीजनल फ्लू हो सकता है। मौसम में बदलाव की वजह से इस तरह की परेशानी हो रही है।

10 दिनों तक लक्षण

डॉक्टर्स बताते हैं कि इन दिनों आने वाला वायरल फीवर मरीजों को कोविड-19 व दूसरे वायरस की तरह तीन दिन से लेकर 10 तक मरीजों को जकड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज की जनरल ओपीडी में काफी मरीज वायरल फीवर से ग्रस्त हैं। लक्षणों के आधार पर इनकी जांच करवाई जाती है। जिन मरीजों में वायरल फीवर है, उनमें इसके लक्षण 10 दिनों तक दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में मरीजों को शुरुआत में ही लक्षणों पर ध्यान देते हुए डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। इसमें लापरवाही न करें।

लक्षण पहचानना जरूरी

कोरोना वायरस और वायरल फ्लू के लक्षणों में भले ही काफी समानताएं हो लेकिन कुछ लक्षणों के आधार पर इनमें फर्क किया जा सकता है। डॉ। प्रभात ने बताया कि नार्मल फ्लू में सर्दी, जुकाम, बदन दर्द, बुखार जैसे लक्षण होते हैं जबकि कोरोना वायरस की वजह से सूखी खांसी, सांस लेने में दिक्कत, गले में चुभन जैसे लक्षण उभरते हैं। इसके अलावा गंध और स्वाद महसूस न कर पाना भी कोरोना वायरस संक्रमण की पहचान में मदद कर सकता है। इस वायरस के संक्रमित लोगों में सबसे पहला लक्षण सांस लेने में तकलीफ जैसा होता है। वहीं मरीज की सुनने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं हैं।

वर्जन

बरसात के बाद हवा में नमी बढ़ जाती है। कई तरह से वायरस एक्टिव हो जाते हैं। कोरोना वायरस के अलावा इस सीजन में सीजनल बीमारियां भी होती हैं, जिसमें वायरल फ्लू होना बहुत कॉमन है। ऐसे में बुखार आने पर घबराएं नहीं, डॉक्टर से परामर्श लें और दवाएं खाएं।

-डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, एसएनएमसी

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सोमवार को एसएन की ओपीडी की स्थिति

1212 कुल मरीज आए

1087 नए मरीज आए

233 मरीज वायरल के मरीज आए

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इन बातों का रखें ध्यान

-साफ-सफाई का ध्यान रखें, कुछ खाने से पहले हाथ जरूर धोएं

-मास्क जरूर पहनें, कोरोना की तरह ये फ्लू और वायरल से भी बचाता है।

-अच्छी डाइट लें।

-बुखार आने पर लक्षणों को पहचानें, डॉक्टर से संपर्क करें

-घर में एक सदस्य को बुखार आने पर खुद को दूसरों से अलग करें