- रेस्टोरेंट्स कारोबारी बोले, खर्चा भी नहीं निकल पा रहा

- अब कोरोना से हालात सामान्य होने के बाद उम्मीदें

आगरा। कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन से रेस्टोरेंट्स कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। ताजनगरी के रेस्टोरेंट संचालक इन दिनों काफी परेशान है। शहर में दस हजार से ज्यादा छोटे-बड़े रेस्टोरेंट हैं। सभी इन दिनों बंद पड़े हुए हैं। कारोबारियों का मानना है कि लॉकडाउन के बाद भी कारोबार पर संकट के बादल रहने की आशंका है।

नहीं निकल रहा खर्चा

लॉकडाउन के कारण इन दिनों रेस्टोरेंट कारोबार पूरी तरह से ठप हैं। सभी रेस्टोरेंट बंद पड़े हुए हैं। ऐसे में रेस्टोरेंट कारोबारियों को खर्चा निकालना मुश्किल हो रहा है। तिरूपति डोसा फैक्टरी के ओनर निखिल बताते हैं कि लॉकडाउन के कारण कारोबार काफी प्रभावित हुआ है। इस वक्त रेस्टोरेंट का रेंट, बिजली का बिल व स्टाफ का खर्चा निकालना मुश्किल हो रहा है। रेस्टोरेंट कारोबारियों के लिए मुश्किल भरा वक्त है।

लॉकडाउन के बाद भी मुसीबत

बुलट अड्डा के जनरल मैनेजर संदीप सोलंकी बताते हैं कि फिलहाल तो कोरोना के कारण व्यापार बंद है। लेकिन लॉकडाउन के बाद भी व्यापारियों को रेस्टोरेंट खोलने के लिए पैसा लगाना पड़ेगा, क्योंकि बंद पड़े रेस्टोरेंट में लाइट्स, डीजे, साउंड, टेबल सब कुछ खराब हो जाएगा। जब रेस्टोरेंट खोलना पड़ेगा, तब उन्हें फिर से रिपेयर करना पड़ेगा। इसमें भी काफी खर्चा हो जाएगा। इसके साथ ही एकदम से कारोबार नहीं चल पड़ेगा। इसमें भी काफी वक्त लगेगा।

फिर से बनाना होगा विश्वास

संदीप सोलंकी बताते हैं कि खाना कोई भी व्यक्ति अपने विश्वास की जगह पर खाता है। कोरोना आने के बाद तो लोग बाहर हवा लेना भी पसंद नहीं कर रहे हैं। सभी लोग अपना पानी, अपना टिफिन लेकर ही घर से बाहर जा रहे हैं। ऐसे में रेस्टोरेंट कारोबारियों को दोबारा से कारोबार शुरू करने में काफी मशक्कत करनी होगी। कस्टमर्स के मन में दोबारा से विश्वास जगाना पड़ेगा कि वे स्वाद के साथ सेफ और सुरक्षित फूड खा रहे हैं।

ऑनलाइन ऑर्डर से चल रहा कारोबार

मसाला हांडी के ओनर मोहित कात्याल बताते हैं कि इन दिनों लॉकडाउन के कारण रेस्टोरेंट तो बंद पड़ा हुआ है। लेकिन ऑनलाइन ऑर्डर की इस वक्त काफी डिमांड है। वे बताते हैं कि स्ट्रीट फूड बंद होने से ऑनलाइन ऑर्डर का कारोबार बढ़ गया है। स्ट्रीट फूड का सारा ट्रैफिक रेस्टोरेंट की ओर डायवर्ट हो गया है। मोहित ने बताया कि लॉकडाउन के बाद फिर से रेस्टोरेंट खुलेगा तो हम उम्मीद के साथ फिर से कस्टमर का पहले की तरह स्वागत करेंगे और उन्हें साफ-स्वच्छ और स्वादिष्ट फूड खिलाएंगे।

वर्जन

लॉकडाउन के कारण रेस्टोरेंट कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ है। इस वक्त कारोबार बंद पड़ा है। इसके साथ ही खर्चे बरकरार हैं। रेंट, बिजली का बिल, बैंक की ईएमआई सभी लगातार देने पड़ रहे हैं।

-निखिल, तिरूपति डोसा फैक्टरी

लॉकडाउन के कारण रेस्टोरेंट कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। लॉकडाउन के बाद भी फिर से रेस्टोरेंट खोलने में काफी खर्चा होगा। फिर रेनोवेशन कराना पड़ेगा और कस्टमर्स में फिर से नया विश्वास जगाना होगा।

-संदीप सोलंकी, जनरल मैनेजर, बुलट अड्डा

रेस्टोरेंट कारोबारियों को इस वक्त काफी असमंजस की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। व्यापार प्रभावित होने से खर्चे निकालने में मुश्किल हो रही है। स्टाफ सहित अन्य के खर्चे निकालने पड़ रहे हैं।

-संदीप अग्रवाल, देवीराम फूड कोर्ट

लॉकडाउन के कारण डाइनिंग बंद हुई है। लेकिन ऑनलाइन ऑर्डर इस वक्त बढ़ गए हैं। स्ट्रीट फूड बंद होने से सारा ट्रैफिक रेस्टोरेंट की ओर डायवर्ट हुआ है। हम सुरक्षा और हाईजीन के साथ फूड डिलीवर कर रहे हैं।

-मोहित कात्याल, मसाला हांडी