-जेल परिसर में प्रवेश से पहले चेक की गई कोविड की निगेटिव रिपोर्ट

-जिला जेल में 3000 से अधिक बंदी, पिछले वर्ष की अपेक्षा संख्या कम

आगरा। कोविड-19 को लेकर जेल प्रशासन की ओर से रविवार रक्षाबंधन के अवसर पर विशेष सावधानी बरती गई। वायरस की रोकथाम के लिए इस बार जेल में बंद भाइयों की कलाई पर बहनों को राखी बांधने की अनुमति दी गई। लेकिन जेल में एंट्री से पहले उनकी कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट चेक की गई। इसके बाद ही बहनों अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी।

18 महीने बाद परिजनों से मिले बंदी

कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए 20 मार्च 2020 से जेल में बंदियों की परिजनों से मुलाकात बंद करा दी गई थी। उन्हें पीसीओ से फोन करने का मौका दिया जाता था। वर्ष 2021 में 16 अगस्त से शासन के निर्देश पर जेल में मुलाकात शुरू हो गई।

रिपोर्ट लेकर पहुंची बहनें

जेल में रविवार को रक्षाबंधन के अवसर पर मुलाकात से पहले बंदियों के परिजनों को तीन दिन पहले तक की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाई, इसके बाद ही उनको परिसर में एंट्री मिल सकी। पिछले वर्ष रक्षाबंधन पर बहनें जेल में बंद भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध सकी थीं। इस बार बहनों को राखी बांधने का मौका मिला है, भाई से मिलने की खुशी उनके चेहरे पर स्पष्ट नजर आ रही थी।

बुलाया अतरिक्त फोर्स

जिला जेल के अधीक्षक पीडी सलोनियां ने बताया कि रक्षाबंधन पर जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिले से भी पुलिस फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है। जेल से पहले बैरियर पर ही मुलाकात को आने वाली महिलाओं की आरटीपीसीआर रिपोर्ट चेक की गई।

ड्राई सोनपपड़ी, नमकीन की अनुमति

राखी के साथ केवल ड्राई सोनपपड़ी और नमकीन ही अंदर ले जाने की अनुमति दी गई। खोए की कोई मिठाई या घेबर लेकर अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। इसके चलते ऐसी महिलाओं को मायूष होना पड़ा।

तीन हजार से अधिक बंदी हैं जेल में

जिला जेल में तीन हजार से अधिक बंदी हैं। कोरोना वायरस से पहले रक्षाबंधन के दिन बंदियों की कलाई पर राखी बांधने को बहनों की भीड़ रहती थी। इस बार आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता के कारण संख्या कम रही है, जिसमें शाम पांच बजे तक बारह सौ बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी।

रक्षाबंधन पर जेल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिले से भी पुलिस फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है। जिला जेल में तीन हजार से अधिक बंदी हैं, रविवार को बारह सौ बहनों ने अपने भाइयों से मुलाकात की।

पीडी सलोनियां, जिला जेल के अधीक्षक