- हत्या में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने दबोचा

आगरा। थाना जगदीशपुरा पुलिस ने 10 दिन पूर्व हुई हत्या का खुलासा करते हुए दो हत्यारोपियों को दबोच लिया। उन्होंने ई-रिक्शा लूटने की मंशा से हत्याकांड को अंजाम दिया था। आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल वस्तु बरामद की गई है। साथ ही लूटा गया ई-रिक्शा भी पुलिस के कब्जे में है।

21 जुलाई को मिला था शव

21 जुलाई को ओम फैक्ट्री के पीछे एक 16 वर्षीय किशोर का शव पड़ा मिला था। शरीर पर चोटों के निशान थे। मृतक की शिनाख्त रितिक पुत्र राजकिशोर निवासी प्रेम नगर जगदीशपुरा के रूप में की गई। रितिक ई-रिक्शा चलाता था और नूरी दरवाजे से पेठा पहुंचाने का काम करता था। वह 20 जुलाई की रात घर नहीं पहुंचा। 21 जुलाई को उसका शव ओम फैक्ट्री के पीछे पड़ा मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या किए जाने के साथ ही चाकू से प्रहार किए जाने की जानकारी हुई।

ई-रिक्शा और बैटरी बरामद

पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी की फुटेज खंगाली तो महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। गुरुवार रात पुलिस ने दो आरोपियों को दबोच लिया। बंदी बनाए गए आरोपियों में सचिन निवासी प्रेम नगर व राजा बाबू उर्फ भगोना निवासी रामनगर पुलिया बताए गए हैं। पुलिस ने लूटे गए ई-रिक्शा के अलावा हत्या में प्रयुक्त किए गए केबिल की तार और चाकू व खून से सने कपड़े, चार बैटरी बरामद की हैं।

आíथकतंगी आने पर की वारदात

पूछताछ के दौरान हत्यारोपियों ने पुलिस को बताया कि कि वह आíथक तंगी से गुजर रहे थे। इसी आíथक तंगी को दूर करने के लिए लूट की योजना तैयार की थी। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई की रात रितिक को घर का सामान शिफ्ट करने का भाड़ा लेकर 80 रुपये तय कर कमरे पर आए थे। जहां बातों में लगा कर दोनों ने केबिल के तार से रितिक का गला दबा दिया। जीवित रहने की आशंका के चलते चाकू से भी प्रहार किए। हत्या किए जाने के बाद शव को ओम फैक्ट्री के पीछे ले जाकर ठिकाने लगा दिया। अब वह लूटा गया ई-रिक्शा बेचने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।