MATHURA (22 March): दिल्ली और आगरा रूट पर मंगलवार को सेमी हाईस्पीड गतिमान एक्सप्रेस का ट्रायल हुआ। ट्रेन को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। दिल्ली से आगरा जाते समय मथुरा जंक्शन पार करते ही कुछ देर के लिए इस ट्रेन को सिग्नल नहीं मिल पाए तो वापसी में रुनकता में दो बच्चों की मौत का दाग लग गया। इस ट्रेन की मुसीबत यहीं पर कम लोगों नहीं हुई। मथुरा जंक्शन पहुंचने से पहले ही इसका इंजन ºराब हो गया। दूसरे इंजन से इसे रवाना किया जा सका। रेलवे द्वारा गतिमान एक्सप्रेस का ट्रायल मंगलवार को किया गया। ट्रेन को दिल्ली-आगरा के मध्य क्म्0 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाना था। गतिमान एक्सप्रेस को नई दिल्ली से सुबह 8.0भ् बजे चलकर 9.भ्भ् बजे आगरा पहुंचना था। यह ट्रेन मथुरा में 9.क्9 बजे पहुंची। लेकिन स्टेशन क्रॉस करते ही इसके पहिए थम गए। ट्रेन के रुकते ही स्टेशन अधिकारियों में खलबली मच गई। रेलवे सूत्रों ने बताया कि ट्रैक ही क्लीयर नहीं था। करीब ब् मिनट रुककर रवाना हुई ये ट्रेन आगरा सुबह 9.भ्8 बजे पहुंची। वापसी में आगरा से क्0.भ्0 के स्थान पर क्0.भ्म् बजे नई दिल्ली की तरफ रवाना हुई।

पेंटों की खराबी से खलबली

सुबह क्क्.ख्9 बजे किमी क्99फ्/ख्ख् अड़ूकी-नरहौली पुल के मध्य ट्रेन के पेंटों में कुछ खराबी आ गई। जैसे ही यह सूचना कंट्रोल पहुंची, रेलवे प्रशासन में फिर खलबली मच गई। मथुरा के कर्मचारियों ने इंजन को सही करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। टावर बैगन और मालगाड़ी के इंजन को लेकर रेलवे कर्मचारी पहुंच गए। मालगाड़ी के इंजन को ट्रेन से जोड़कर गतिमान एक्सप्रेस के इंजन को सही किया जाने लगा.क्ख्.ब्9 बजे इंजन के दूसरे पेंटों से ट्रेन का संचालन करने में सफलता मिल सकी। यहां से रवाना होने के बाद दोपहर एक बजे यह ट्रेन जंक्शन रेलवे स्टेशन पहुंची। मगर यहां पर मालगाड़ी का डीजल इंजन ट्रैक को घेरे हुए था। इस इंजन को रवाना करने के बाद ही गतिमान एक्सप्रेस को दोपहर क्.0भ् बजे दिल्ली के लिए ग्रीन सिग्नल मिला।

अभी ट्रैक नहीं है सुरक्षित?

ट्रेन का ट्रायल रेलवे द्वारा लगभग आधा दर्जन बार कर चुका है, लेकिन ट्रैक अभी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं। नरहौली पुल के आगे ट्रैक खुले में हैं। जबकि ट्रैक के किनारे लगातार लोग आवागमन करते हैं। ऐसे में दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।