-एक अप्रैल से नए सत्र को सुचारु करने की पहल
-कोरोना वायरस से सावधानी रखने को लिया निर्णय
आगरा। परिषदीय स्कूलों में सत्र नियमित करने को लेकर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को पास करने का निर्णय लिया है। कोरोना वायरस को फैलने के लिए शासन द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं स्टूडेंट्स की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई भी की जा रही है। सत्र नियमित करने के लिए सभी स्टूडेंट्स को बिना एग्जाम के आगे की क्लास में प्रवेश दे दिया जाएगा।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए शासन की ओर से एक अप्रैल तक सभी प्राथमिक और जूनियर स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे बच्चों के एग्जाम समय पर नहीं हो सके, जबकि एक अप्रैल से सत्र शुरू होना है। सत्र नियमित करने के लिए सरकार शिक्षा निदेशक द्वारा आदेश जारी किया गया है।
एक अप्रैल से प्रस्तावित है सत्र
परिषदीय स्कूलों में भी निजी स्कूलों की तर्ज पर सत्र शुरू करने के निर्देश जारी किए गए हैं। बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव कुमार यादव ने बताया कि सत्र को नियमित करने के लिए एक जूनियर और प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को आगे की क्लास में प्रवेश दिया जाएगा। इससे सत्र नियमित तो होगा ही, इसके साथ ही आगे की क्लास में आने से उनकी पढ़ाई को नुकसान को भी रोका जा सकता है। शासन से जारी किए इस निर्देश को जनपद में फॉलो किया जा रहा है। इसके साथ ही पेरेंट्स को अवेयर करने का भी कार्य किया गया है। यूटा जिलामहामंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि यह शिक्षा विभाग की सराहनीय पहल है। इससे सत्र को नियमित किया जा सकेगा। आगे की क्लास में भी पढाई के नुकसान की क्षतिपूर्ति की जा सकेगी।
वर्जन
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। अलर्ट को ध्यान में रखते हुए अवकाश घोषित किया गया है। इसके साथ ही सत्र नियमित करने के लिए स्टूडेंट्स को बिना एग्जाम के अग्रीम क्लास में प्रवेश दिया जाएगा। इस संबंध में स्कूल हेड को जानकारी दी गई है।
- राजीव यादव, बीएसए
ये है संख्या
-प्राइमरी स्टूडेंट्स
1 लाख 80 हजार
-जूनियर हाईस्कूल
77 हजार
-प्राइमरी में टीचर्स
2016
-जूनियर में टीचर्स
861