- महिला ने लगाए संगीन आरोप, बाबू ने उसे बताया दूसरी पत्नी

आगरा। सीडीओ ऑफिस में बुधवार दोपहर हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ। एक महिला ने बाबू पर बच्चे की फीस नहीं भरने के आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। दोनों ओर से अभद्र शब्दों की बौछार हुई। मामला हाथापाई तक पहुंच गया। बाद में विकास भवन के कर्मचारियों ने मामला शांत कराया। बाबू महिला को अपनी दूसरी पत्नी बता रहा था, जबकि महिला ने बाबू पर संगीन आरोप लगाए।

मारपीट की नौबत आ गई

एत्मादपुर ब्लॉक में कार्यरत महिला कर्मचारी बुधवार को विकास भवन पहुंची। यहां पंचायत विभाग में तैनात बाबू द्वारिका प्रसाद पर आरोप लगाने लगीं। कहने लगीं कि वह उनके बच्चे की फीस नहीं भर रहा है। नौकरी से निकलवाने की धमकी दे रहा है। इसको लेकर दोनों पक्षों में जोरदार टकराव हुआ। मारपीट की नौबत आ गई। साथी कर्मचारियों ने किसी तरह मामले को संभाला। महिला ने बताया कि वर्ष 2002 में उनके पति की मौत हो गई थी। वह उस समय बिचपुरी ब्लॉक में कार्यरत थीं। तभी उनकी मुलाकात बाबू द्वारिका प्रसाद से हुई। द्वारिका प्रसाद से उन्हें एक बेटा भी है। आज बेटा 15 वर्ष का हो चुका है। पहले वह उसे अपना बेटा मानते थे। लेकिन अब उसकी स्कूल की फीस तक नहीं जमा कर रहे हैं। महिला ने बताया कि आठ साल से उनका बाबू से टकराव चल रहा हे।

जांच को दबा दिया

आरोप लगाते हुए कहा कि बाबू द्वारिका प्रसाद ने उनका मकान बिकवा दिया। वह उन्हें मुंह खोलने पर नौकरी से निकलाने की धमकी देता है। पूर्व में भी वह शिकायत कर चुकी हैं। लेकिन, जांच को दबा दिया गया। अब गुरुवार को सीडीओ से मिलकर अपनी व्यथा सुनाएंगी।

महिला के आरोप निराधार

वहीं, मामले में बाबू द्वारिका प्रसाद ने कहा कि महिला उनकी दूसरी पत्नी है। वह बच्चे की 1.20 लाख स्कूल फीस जमा कर चुके हैं। उसे 48 हजार रुपए का लैपटॉप भी दिलाया। इसके साथ ही 40 हजार रुपए का टैबलेट भी दिलवाया। नौकरी से निकलवाने की धमकी देने के आरोप निराधार हैं। वह मेरे दिए मकान में रह रही है। मकान बिकवाने या हड़पने के आरोप निराधार हैं।